हैदराबाद: गांधीनगर थाना क्षेत्र के बोईगुड़ा अग्नि दुर्घटना में से बाल-बाल बचे प्रेम कुमार ने गंभीर टिप्पणी की है। प्रेम कुमार का गांधी अस्पताल में इलाज जारी है। अग्नि दुर्घटना में बुधवार अलसुबह 11 लोगों की जिंदा जाने से मौत हो गई थी।
प्रेम कुमार ने कहा, “मैं दो साल से टिंबर डिपो में काम कर रहा हूं। मंगलवार की रात 11 लोग गोदाम की पहली मंजिल पर सो गये। एक छोटे से कमरे में मैं, बिट्टू और पंकज सो गये। बाकी 9 लोग बगल के एक बड़े कमरे में सो गये। रात 3 बजे के आसपास आग की लपटे औ धुआं आ गया। हम सभी बाहर जाने की कोशिश की। मगर तब तक आग और धुआं पूरी तरह से फैल चुका था। मैं हिम्मत करके खिड़की से बाहर कूद गया। तब तक वहां मौजूद पुलिस और दमकलकर्मियों ने मुझे देखा और गांधी अस्पताल लेकर आये। बाकि सभी लोग आग में फंस गये। पुलिस और दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया। मगर तब तक हमारे सभी साथी जल गये थे। दुर्घटना टिंबर डिपो के मालिक संपत की लापरवाही के कारण हुई है। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये।”
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पुलिस ने प्रेम कुमार के शिकायत पर डिपो के मालिक संपत के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए और 337 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने संपत को कल गिरफ्तार कर चुकी है।