धोखाधड़ी और रिश्वत मामला: अमीरों की सूची में नीचे खिसके गौतमअडानी, सबसे परेशान है ‘वो’

नई दिल्ली/हैदराबाद: पूरे देश और दुनिया में प्रमुख उद्योगपति गौतम अडानी के खिलाफ अमेरिका की कोर्ट की ओर से जारी गिरफ्तारी वारंट को लेकर गंभीर चर्चा चल रही है। उसका सारांश है कि क्या अडानी को गिरफ्तार किया जा सकता है या नहीं। खबर है कि अब तक उनका समर्थन करते आ रहे बड़े-बड़े नेता उनको बचाने की जी जान कोशिश कर रहे है।

इसी बीच अमेरिकी कोर्ट के धोखाधड़ी और रिश्वत देने के आरोपों में घिरे गौतम अडानी की नेटवर्थ (निवल मूल्य) को काफी नुकसान हुआ है। वह फोर्ब्स की रियल टाइम नेटवर्थ लिस्ट में नीचे आ गए हैं। देश के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी अडानी के खिलाफ गुरुवार को अमेरिका की कोर्ट ने धोखाधड़ी और रिश्वत देने के मामले में अरेस्ट वारंट जारी किया था। इसके बाद इनके शेयरों में भारी गिरावट आई है। अमेरिकी कोर्ट के आदेश के बाद अडानी की कुछ कंपनियों के शेयरों में लोअर सर्किट भी लग गया था। उनकी कंपनियों का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा गिर गया था। इस कारण अडानी की नेटवर्थ में भी कमी आई है।

फोर्ब्स के मुताबिक अडानी की संपत्ति में एक दिन में 17.34 फीसदी की गिरावट आई है। यानी अडानी की संपत्ति एक दिन में करीब 12.1 बिलियन डॉलर गिरकर 57.7 बिलियन डॉलर रह गई है। संपत्ति में गिरावट के कारण फोर्ब्स की बिलेनियर्स की सूची में अडानी कई पायदान नीचे खिसक गए हैं। अडानी फोर्ब्स की रियल टाइम बिलेनियर्स लिस्ट में 22वें स्थान से खिसककर 25वें स्थान पर आ गए हैं। वहीं ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स में अडानी दुनिया के सबसे अमीरों की लिस्ट में 18वें स्थान पर हैं। इस लिस्ट के मुताबिक अडानी की संपत्ति 85.5 बिलियन डॉलर है। अडानी को पिछले 24 घंटे में करीब 3 बिलियन डॉलर संपत्ति का नुकसान हुआ है।

गौरतलब है कि अडानी और उनके भतीजे समेत कुल 8 लोगों पर अमेरिकी अभियोजकों ने रिश्वत देने का आरोप लगाया है। अभियोजकों के मुताबिक सोलर एनर्जी का कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को कथित तौर पर 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी गई थी। इस मामले में कोर्ट ने अडानी और उनके भतीजे के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है।

इसी क्रम में मामला सामने आने के बाद अडानी ग्रुप ने गुरुवार को ही सफाई दी। अडानी ग्रुप ने अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) की ओर से लगाए गए रिश्वत के आरोपों को निराधार बताते हुए उनका खंडन किया। इस मामले में ग्रुप ने एक स्टेटमेंट जारी किया। इसमें लिखा है कि अमेरिकी न्याय विभाग ने अभियोग में अभी लगाए हैं। जब तक दोष साबित नहीं हो जाते, तब तक प्रतिवादियों को निर्दोष माना जाता है। इसमें लिखा है कि इस मामले में सभी संभव कानूनी उपाय किए जाएंगे।

संबंधित खबर-

లక్ష కోట్లు కోల్పోయిన గౌతమ్ అదానీ

హైదరాబాద్ : గతేడాది అమెరికాకు చెందిన హిండెన్‌బర్గ్ నివేదిక కారణంగా సగానికి పైగా సంపదను కోల్పోయిన గౌతమ్ అదానీకి మరోసారి గట్టి దెబ్బ తగిలింది. సోలార్ పవర్ కాంట్రాక్టుల వ్యవహారంలో అదానీ గ్రూప్ లంచం ఇచ్చేందుకు ప్రయత్నించిందని అమెరికాలో కేసు నమోదైంది. దీంతో గురువారం అదానీ గ్రూప్ కంపెనీల షేర్లు పతనమయ్యాయి. గౌతమ్ అదానీ సంపద సైతం ఒక్కరోజే 12 బిలియన్ డాలర్లు(రూ. లక్ష కోట్లకు పైనే) కోల్పోయారు.

2023లో హిండెన్‌బర్గ్ ఆరోపణల సమయంలో అదానీ సంపద క్షీణించిన తర్వాత ఆ స్థాయిలో మళ్లీ క్షీణించడం ఇదే మొదటిసారి. అదానీ గ్రూప్‌లోని అదానీ ఎంటర్‌ప్రైజెస్ అత్యధికంగా 23.44 శాతం పతనమైంది. ఆ తర్వాత అదానీ ఎనర్జీ సొల్యూషన్స్ 20 శాతం, అదానీ గ్రీన్ 18 శాతం, అదానీ పోర్ట్స్ 13.23 శాతం, అదానీ సిమెంట్స్ 12 శాతం, అదానీ టోటల్ గ్యాస్ 10 శాతం, అదానీ విల్మార్ 10 శాతం, అదానీ పవర్ 9 శాతం, ఏసీసీ 8 శాతం క్షీణించాయి.

అన్ని కంపెనీలు బలహీనపడటంతో రూ. 2.5 లక్షల కోట్ల మార్కెట్ విలువ పడిపోయింది. అదానీ సంపద 69.8 బిలియన్ డాలర్ల నుంచి 58.5 బిలియన్ డాలర్లకు పడిపోయింది. దీనివల్ల ఫోర్బ్స్ రియల్ టైమ్ బిలియనీర్ల జాబితాలో అదానీ 22వ స్థానం నుంచి 25వ స్థానానికి పడిపోయారు. (ఏజెన్సీలు)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Posts

Recent Comments

    Archives

    Categories

    Meta

    'तेलंगाना समाचार' में आपके विज्ञापन के लिए संपर्क करें

    X