हैदराबाद: दक्षिण अफ्रीका (South African) के पूर्व अंपायर रुडी कोएर्टजन (Rudi Koertzen) का कार दुर्घटना में निधन हो गया। कोएर्टजन 73 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी और चार बच्चे हैं। कोएर्टजन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करीब 400 मैचों में अंपायरिंग की है। पूर्व अंपायर की कार सामने से आ रही दूसरे वाहन से टकरा गई। इस दुर्घटना में रुडी कोएर्टजन सहित तीन अन्य लोगों की भी मौत हो गई। दक्षिण अफ्रीकी के इस पूर्व अंपायर ने दिसंबर 1992 से लेकर जुलाई 2019 तक इंटरनेशनल क्रिकेट में अंपायरिंग की।
रुडी कोएर्टजन ने 108 टेस्ट और 209 वनडे इंटरनेशनल मैचों के अलावा 14 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी अंपायरिंग की। इसी बीच एक महिला टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में भी अंपायर की भी की। कोएर्टजन के बेटे ने बताया कि उनके पिता अपने दोस्तों के साथ गोल्फ टूर्नामेंट खेलने गये थे। वह सोमवार को ही केप टाउन लौटने वाले थे। ‘स्लो फिंगर ऑफ डेथ’ के नाम से मशहूर थे। उन्हें ‘मौत की धीमी उंगली’ कहा जाता था। क्योंकि खिलाड़ी आउट होने पर धीरे-धीरे अपनी उंगली उठाते थे। कोएटजन ने एक बार कहा था कि यह उनका ट्रेडमार्क है।
गौरतलब है कि टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा अंपायरिंग के मामले में कोएर्टजन तीसरे नंबर पर हैं। उनसे पहले इस लिस्ट में पाकिस्तान के अलीम डार और विंडीज के स्टीव बकनर रहे हैं। रुडी कोएर्टजन के बेटे ने अलगोवा ने कहा, “वह गोल्फ टूर्नामेंट के लिए अपने दोस्तों के साथ गये थे। वह सोमवार को ही लौटने वाले थे। लेकिन सभी ने अन्य राउंड में भी खेलने का फैसला लिया।” कोएर्टजन के निधन की खबर से क्रिकेट जगत में मातम छा गया है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान 397 मैचों में मैदानी और तीसरे अंपायर की भूमिका भी निभाई।
रुडी कर्टजन ने 1992 में अंपारिंग की दुनिया में कदम रखा था। तब भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गई थी। उस सीरीज में पहली बार किसी खिलाड़ी को टीवी रिप्ले के जरिए रन आउट दिया गया था। कोएर्टजन साल 1997 में आईसीसी के फुल टाइम अंपायर बने। इसके बाद उन्हें 2002 में एलीट पैनल में जगह मिली। वह साल 2006 में इंग्लैंड के डेविड शेफर्ड के बाद 150 वनडे में अंपायरिंग करने वाले अंपायर बने थे। (एजेंसियां)