हैदराबाद : तेलंगाना के आंदोलनकारी और कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष सीएच विट्ठल सोमवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। दिल्ली में केंद्रीय मंत्री मुक्तार अब्बास नकवी और तेलंगाना राज्य मामलों के प्रभारी तरुण चुग की उपस्थिति में विट्ठल भाजपा का अंगवस्त्र पहनकर पार्टी में शामिल हो गये। इस कार्यक्रम में तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंडी संजय, निजामाबाद के सांसद धर्मपुरी अरविंद और अन्य नेता उपस्थित थे।
इस अवसर पर बंडी संजय ने कहा कि विट्ठल के शामिल होने से तेलंगाना में भाजपा और मजबूत हो जाएगी। तेलंगाना आंदोलनकारियों के प्रति सीएम केसीआर के रवैये के विरोध में ही तेलंगाना के अनेक आंदोलनकारी बीजेपी में शामिल हो रहे है। तेलंगाना आंदोलन के गद्दारों को प्राथमिकता देने के कारण लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। आह्वान किया कि तेंलगाना के असली आंदोलनकारी भाजपा की ओर से किये जा रहे संघर्ष में शामिल हो जाये। क्यू न्यूज प्रमुख तीनमार मल्लन्ना मंगलवार को भाजपा में शामिल होंगे।
सीएच विट्ठल ने कहा कि आज का दिन मेरे जीवन में अविस्मरणीय है। अम्बेडकर की जयंती और राम मंदिर निर्माण के लिए किये गये कर सेवा के दिन भाजपा में शामिल होना खुश की बात है। तेलंगाना में 2 लाख नौकरियां खाली हैं। लेकिन इन नौकरियों को बिना भरे सरकार समय बर्बाद कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि टीआरएस शासनकाल में तेलंगाना के आंदोलकारी, महिला और शिक्षितों को उचित सम्मान नहीं मिल रहा है। टीआरएस सरकार रवैये से नाराज होकर 600 लोगों ने बलिदान दिया है। तेलंगाना आंदोलन की नींव पर बनी टीआरएस में तेलंगाना के गद्दारों का दबदबा है। तेलंगाना के लोग टीआरएस के शासन से नाराज हैं। उम्मीद है कि 2023 में तेलंगाना में भाजपा सत्ता में आएगी।
‘तेलंगाना विट्ठल’
आपको बता दें कि तेलंगाना कर्मचारी संघ के अध्यक्ष और जेएसी महासचिव और सह-अध्यक्ष को ‘तेलंगाना विट्ठल’ के रूप में जाना जाता है। विट्ठल ने पृथक तेलंगाना आंदोलन का नेतृत्व किया था। उन्होंने संयुक्त आंध्र प्रदेश में तेलंगाना कर्मचारी संघ की स्थापना की। 1996 से तेलंगाना राज्य के गठन तक के आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई।
विट्ठल ने प्रो जयशंकर, कोंडा लक्ष्मण बापूजी, प्रो कोडंदरम और अन्य यूनियनों के नेताओं के साथ काम किया। विकाराबाद जिले के मर्पल्ली मंडल के बिल्कल गांव में जन्मे विट्ठल ने उस्मानिया विश्वविद्यालय से एमकॉम, एलएलबी (एमफिल) की पढ़ाई की है। कुछ समय तक पत्रकार और सहायता प्राप्त कॉलेज में सहायक प्रोफेसर के रूप में भी काम किया।
इसके बाद में APPSC द्वारा आयोजित ग्रुप- 2 में ऑडिटर के पद के लिए चुने गये। 24 साल तक सरकारी कर्मचारी के रूप में कार्य किया। लगातार तेलंगाना के कर्मचारियों के अधिकारों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। तेलंगाना सरकार के गठन के बाद यानी 18 दिसंबर, 2014 से 17 दिसंबर, 2020 तक TSPSC के सदस्य के रूप में कार्य किया।