हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद और देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर में दिवाली के अगले दिन प्रदूषण काफी बढ़ गया है। पटाखों पर समयसीमा और प्रतिबंध निर्धारित किये जाने के बाद भी लोगों ने जमकर आतिशाबाजी की। दिल्ली में पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगाया था। मगर देर रात लोग पटाखे जलाते पाये गये। दिवाली से पहले ही प्रदूषण का लेवल बढ़ा हुआ था और अब दिवाली अगले दिन हैदराबाद और दिल्ली की हवा और खराब हो गई है। दिवाली के दिन शाम के वक्त से प्रदूषण का लेवल बढ़ना शुरू हो गया था। दिवाली से पहले ही आशंका जताई गई थी कि हवा और जहरीली हो सकती है।
प्रदूषण का लेवल दिल्ली में मंगलवार को बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया है। बढ़ते प्रदूषण से लोगों की दिक्कतें बढ़ सकती हैं खासकर ऐसे लोग जिनको सांस संबंधी कोई बीमारी है। स्विट्जरलैंड के संगठन आईक्यूएयर के मुताबिक दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को दीपावली के अवसर पर बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गयी। हवा न बहने से प्रदूषकों के एकत्र होने में मदद मिली। जबकि पटाखों और पराली जलाने की वजह से हालात और बिगड़ गए हैं।
दिल्ली में सुबह 5 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स 323 रहा है। 323 बहुत ही खराब स्तर माना जाता है। यह पूरे दिल्ली का हाल है। कुछ इलाकों में एक्यूआई 400 को भी पार कर गया है। नोएडा में भी प्रदूषण काफी बढ़ा हुआ है और यहां एक्यूआई 342 है। वहीं गुरुग्राम में एक्यूआई सुबह 5 बजे 245 है। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 को संतोषजनक, 101 से 200 को मध्यम, 200 से 300 को खराब, 301 से 400 को बहुत खराब और 401 से 500 को गंभीर माना जाता है।
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में जीआरएपी यानी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान को पहले ही लागू कर दिया गया है। प्रदूषण बढ़ते लेवल को देखते हुए ग्रैप के दूसरे फेज को लागू कर दिया गया है। निर्माण कार्य के अलावा कई दूसरी गतिविधियों को लेकर पाबंदियां लग गई है। दिल्ली में दिवाली पर पटाखे चलाने पर रोक थी इसके बावजूद भी लोगों ने जमकर पटाखे जलाए गए। इसी तरह मुंबई, नागपुर, बेंगुलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम और अन्य शहरों में प्रदूषण स्तर बढ़ा है।