अमरावती : आंध्र प्रदेश के पाडेरू विधायक कोट्टागुल्ली भाग्यलक्ष्मी की अध्यक्षता में शुक्रवार को विशाखापट्टणम जिले के चिंतपल्ली मंडल ताजंगी में आजादी का अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया। उपमुख्यमंत्री और जनजाति कल्याण मंत्री पामुला पुष्पश्री वाणी ने इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
इस दौरान मंत्री वाणी ने जनजाति स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मंत्री कहा कि ताजंगी में 35 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किये जा रहे यह संग्रहालय देश के लिए एक आदर्श साबित होगा। उन्होंने बताया कि 21 एकड़ में केंद्र और प्रदेश सरकार मिलकर इस संग्रहालय को निर्मित कर रहे हैं।
मंत्री वाणी ने कहा कि चिंतापल्ली क्षेत्र में अल्लूरी सीतारामराजू के नेतृत्व में कई आदिवासियों ने ब्रिटिश शासकों के खिलाफ विद्रोह किया था। अल्लूरी सीतारामराजा ने डौनूर से लंबसिंगी तक घाट रोड निर्माण के दौरान ब्रिटिश शासकों पर हमला करने की योजना बनाई थी। चिंतापल्ली थाने पर धनुष बाणों से हमला करके बंदूके छीन कर ले गये थे। इसके चलते ब्रिटिश शासकों में अल्लूरी सीतारामराजू के प्रति डर पैदा हो गया था।
मंत्री ने आगे कहा कि अल्लूरी सीतारामराजू के समर्थन में मल्लुदोरा और मर्री कामय्या ने भी अपने प्राणों की बाजी लगाकर ब्रिटिशों के खिलाफ संघर्ष किया। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। देश की आजादी की लड़ाई में अनेक आदिवासी योद्धाओं ने अपने प्राणों का त्याग किया है। इन आदिवासी योद्धाओं के बारे में भावी पीढ़ी को मालूम होना जरूरी है। यदि आदिवासी संग्रहालय का निर्माण होता है तो लंबसिंगी क्षेत्र पर्यटक स्थल बन जाएगा। इसके चलते आदिवासियों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। इस अवसर पर मंत्री ने आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के लोगो का भी अनावरण किया।
इस कार्यक्रम में अरकू के सांसद गोड्डेटी माधवी ने कहा कि आदिवासी संग्रहालय प्रदेश के एक आदर्श बन जाएगा। भविष्य में लंबसिंगी आंध्र प्रदेश का कश्मीर हो जाएगा। लंबसिंगी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के सभी प्रकार के प्रयास किये जाएंगे।