हैदराबाद: टीपीसीसी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य में मुख्यमंत्री केसीआर मिलकर किसानों की मेहनत से उगाई गई फसल को बिना खरीदी किये और रियायती मूल्य 1960 रुपये नहीं देकर किसानों को ठग रहे हैं। उन्होंने कहा, “दिल्ली में मोदी हैं… गली में केडी हैं।” दोनों मिलकर किसानों को धोखा दे रहे हैं।
6 मई को वरंगल में पार्टी के किसान संघर्ष सभा होने वाली है। इस सभा में राहुल गांधी भाग ले रहे हैं। उस बैठक में बड़े पैमाने पर लोगों को शामिल करने के लिए शुक्रवार को नागार्जुनसागर में संयुक्त नलगोंडा जिला तैयारी की बैठक आयोजित की गई। रेवंत रेडडी ने बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अनाज की खरीद के लिए आवश्यक कदम उठाने के बारे में मार्च में ही हमने कहा था। मगर राज्य सरकार ने हमारी बात को अनदेखी कर दी।
रेवंत रेड्डी ने बताया कि तेलंगाना में 7,000 आईकेपी केंद्रों को स्थापित किया जाना है। मगर 2,300 केंद्र ही स्थापित किए गए हैं। 15 करोड़ बोरों की जरूरत है तो 8 करोड़ बोरों के लिए टेंडर मांगे गये हैं।
रेवंत ने आगे कहा कि सिरिसिल्ला और सिद्दीपेट जिलों में बेमौसम बारिश के कारण अनाज भीग गया। कम से कम तिरपाल तक नहीं दिये गये। रेवंत ने मांग की कि भीगे हुए अनाज को 1,960 रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाये।
उन्होंने कहा कि नलगोंडा जिले का एक समृद्ध इतिहास रहा है। 2018 के चुनावों में कांग्रेस की ओर से तीन विधायक जीते। टीआरएस के 9 विधायक जीतने के बावजूद विकास की अनदेखी की गई है। उन्होंने कहा कि जिले में हर परियोजना का निर्माण कांग्रेस के शासन काल में हुए हैं। अधूरे प्रोजेक्ट अभी तक पूरे नहीं हुए हैं।
रेवंत ने मंत्री जगदीश रेड्डी से सवाल किया कि नागार्जुन सागर निर्वाचन क्षेत्र में नेल्लीकल्लु परियोजना अब क क्यों पूरा नहीं किया गया है? जमीन हड़पने वाले विधायक सैदिरेड्डी और रेत खनन माफिया चलाने वाले मंत्री जगदीश्वर रेड्डी के कारण नलगोंडा जिले का नाम बदनाम हुआ है।