हैदराबाद: मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि तेलंगाना में तीन करोड़ टन अनाज का उत्पादन किया जा रहा है। अनाज उत्पादन में अब तक अग्रणी रहे पंजाब को तेलंगाना ने पीछे छोड़ दिया है। यह सब शुद्ध वाणी, ईमानदारी और लक्ष्य से ही संभव हो पाया है। तेलंगाना में उगाया जाने वाला कपास सबसे बेहतर है। तेलंगाना में 400 जिनिंग मिलें हैं।
केसीआर ने रविवार को सिद्दीपेट जिले का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विधायक शिविर कार्यालय, सिद्दीपेट पुलिस आयुक्त कार्यालय और एकीकृत जिला कार्यालय भवन परिसर का उद्घाटन किया।
इसके बाद जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से कहा कि सिद्दीपेट उनका गृह जिला है। तेलंगाना गठन से पहले ही मिशन काकतीय को डिजाइन किया गया था। सिद्दीपेट, नलगोंडा, वरंगल और निजामाबाद जिलों में पशु चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार किसान के हित के लिए काम करती है। हम भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए सीधे किसानों के खातों में रैतुबंधु की रकम जमा कर रहे हैं। सब सोचकर ही रैतुबंधु योजना को लागू किया है। कुछ लोग किसानों का भला होते देखकर बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। धरणी के लिए तीन साल तक कड़ी मेहनत की है।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “रेवेन्यू में 37 तरह के कानून हैं। एक बार जमीन पंजीकत हो जाये तो इसे कोई बदल नहीं सकता। जमीन केवल तीन तरीकों से दूसरे के नाम पर बदलती है। सेल्स, विरासत और गिफ्ट डीड के तरीके से ही जमीन बदल सकती हैं। किसान परिवारों के लिए सुरक्षा के लिए कृषि बीमा को लागू किया है। केसीआर किट योजना के चलते सरकारी अस्पतालों में डिलीवरी की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।”