हैदराबाद : तेलंगाना के सिद्दीपेट जिले के दुब्बाका मंडल के चिट्टापुर गांव के पास बुधवार को एक कार के कुएं में गिर जाने की दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई। कार में सवार दो लोगों के साथ उन्हें बचाने गये एक तैराक की भी मौत हो गई। दुब्बाका मंडल के येनुगुर्ती गांव निवासी और तैराकी नरसिम्हा ने कार को रस्सी से बांधा और कार को बाहर निकालते समय उसी रस्सी में फंस गया। इसके चलते उसकी मौत हो गई।
कार में सवार मृतकों की पहचान निजामपेट मंडल नंदीगाम गांव निवासी की मां और बेटा- भाग्यलक्ष्मी (50) और प्रशांत (26) के रूप में की गई है। तैराकी नरसिम्हुा एनगुर्ती गांव का निवासी हैं। कार को निकालने में छह-साथ घंटे की मशक्कत करनी पड़ी। मां और बेटा नंदीगाम गांव से हुस्नाबाद मंडल के नंदरम गांव में रिश्तेदार के यहां आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कार में जा रहे थे। तभी यह हादसा हुआ।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कुआं करीब 15 से 20 गज गहरा है। दुर्घटना की जानकारी मिलते हुए स्थानीय विधायक रघुनंदन राव घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गये।
इसी क्रम में तैराकी नरसिम्हा के परिजन शव को कुएं में रखकर ही आंदोलन पर उतर आये। उन्होंने एसीपी चल्ला रेड्डी के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही मृतक परिजनों के साथ न्याय करने की मांग की। मृतक नरसिम्हा को पत्नी और दो संतान है। मदद करने के लिए गया था। पुलिस ने मां और बेटे के शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टायर पट्टने के बाद कार पलटी खाते हुए बीस फीट दूर सड़क किनारे कुएं में जा गिरी। यह देख उन्होंने पुलिस को घटना की जानकारी दी।
दूसरी ओर कार प्रशांत के दोस्त हरीकृष्णा की है। हरीकृष्णा ने कहा कि दावत में जाने की बात कहकर कार लेकर गया। टीवी में आर रही खबरों को देखकर प्रशांत को फोन किया। मगर फोन स्वीच ऑफ आया। तुरंत मौके पर पहुंचा। टायर और कार ग्लास के टूकडे वह जान गया कि कुएं में गिरी कार उसी की है।