हैदराबाद: बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को परेड ग्राउंड में बीजेपी विजय संकल्प सभा को संबोधित करेंगे। मोदी के इस संबोधन पर तेलंगाना ही नहीं पूरे देश की नजरें टिकी हैं। क्योंकि शनिवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने जिस प्रकार से प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी की, देश के इतिहास में अब तक किसी भी मुख्यमंत्री ने नहीं की है।
विश्लेषकों का मानना है कि केसीआर ने प्रधानमंत्री पद का घोर अपमान किया है। यह ऐसे वक्त किया कि जब तेलंगाना सरकार के खिलाफ अनेक प्रकार के भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। केसीआर के परिजन कैसे इन आठ सालों में धनवान बने हैं। इतना ही नहीं केसीआर ने बंगारू तेलंगाना के नाम पर तेलंगाना के लोगों को कैसे गुमहार करते आ रहे हैं।
केसीआर ने यह भी कहा था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे खिलाफ बोलने वाले हैं। जरूर बोले। इससे पहले मेरे सवालों के जवाब दें। केसीआर ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी दो दिन हैदराबाद में रहने वाले हैं। वे कल सभा में हमारे बारे में भला बुरा बोलने वाले हैं। वे विपक्षी नेताओं पर झूठे आरोप लगाने जा रहे हैं। मोदी अपने भाषण से मुझे चकनाचूर कर देंगे। इससे पहले उसे हमारे सवालों का जवाब देना होगा। क्या मोदी जी एक भी वादा पूरा किया है?
केसीआर ने कहा कि देश के किसानों को आतंकवादियों और अलगाववादियों के रूप में देखा जा रहा है? जब कृषि कानून सही थे तो उन्हें वापस क्यों ले लिया गया? मोदी खुद को बुद्धिजीवी मानते हैं। लेकिन आपने किसानों को आतंकवादी और खालिस्तानी कहा है। आपके शासनकाल में कर्मचारी, छात्र अन्य कोई भी समूह खुश नहीं है। भाषण नहीं हमारे सवालों के जवाब दीजिये।
सीएम केसीआर ने कहा कि मोदी की वजह से देश का सम्मान घट रहा है। उन्होंने उन्हें चुनौती दी कि मोदी बताएं कि खिलाफ श्रीलंका में मोदी विरोध प्रदर्शन क्यों हो रहे हैं? कल की बैठक में इसका खुलासा करें। श्रीलंका के मामले में मोदी ने सेल्समैन की तरह काम किया हैं। केसीआर ने सवाल किया कि मेक इन इंडिया झूठ है और मोदी के शासन में क्या हुआ है?
मोदी बतायें कि अब तक कितने वादे पूरे किए गए हैं। आतंकवादियों और खालिस्तानियों के रूप में किसानों का अपमान किया गया और उनके ऊपर कारें चलाई गईं। मोदी को ऐसी घटनाओं की परवाह नहीं है। मोदी बतायें कि अब तक कितने वादे पूरे किए गए हैं। मोदी को ऐसी घटनाओं की परवाह नहीं है। आतंकवादियों और खालिस्तानियों के रूप में किसानों का अपमान किया गया और उनके ऊपर कारें चलाई गईं।
हम किसानों को मुआवजा दिया तो भाजपा ने मजाक उड़ाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्री अपनी मर्जी में आये वैसे बोलते हैं। अंत में उन्हें माफी मांगनी पड़ी। 700 किसानों की जान गई तो भी मोदी को दुखी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आते हैं तो मीठी-मीठी बातें करते हैं। चुनाव के बाद सब झूठ बोलते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी इस भ्रम में हैं कि वह स्थायी प्रधानमंत्री हैं। केसीआर के इन सवालों का जवाब मोदी कैसे देते हैं। देश की जनता बेसब्री से मोदी के संबोधन का इंतजार कर रहे हैं।