हैदराबाद: भारतीय जनता पार्टी ने तेलंगाना के मुनुगोडु विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की नाम की घोषणा की है। बीजेपी ने मुनुगोडु के लिए कोमाटिरेड्डी रोजगोपाल रेड्डी को अपना उम्मीदवार बनाया है। तेलंगाना की मुनुगोड़े विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक कोमाटिरेड्डी राजगोपाल रेड्डी के 2 अगस्त को इस्तीफा दिया था। तब से यह सीट खाली है। इसके बाद राजगोपाल रेड्डी ने बीजेपी में शामिल हो गये। भाजपा ने राजगोपाल रेड्डी को ही इसी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
इसी क्रम में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने इस उपचुनाव में कूसुकुंटला प्रभाकर रेड्डी को अपना उम्मीदवार घोषित किया और बी फार्म भी दिया है। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सर्वे रिपोर्ट, कार्यकर्ताओं के साथ लगाव और क्षेत्र में जमीनी पकड़ के आधार पर कूसुकुंट्ला को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। मुनुगोड़े उपचुनाव जीतने के लिए भाजपा और टीआरएस दोनों ने पूरी ताकत लगा रहे है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी इस विधानसभा क्षेत्र में जनसभाएं कर चुके हैं। साथ ही तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी बीते दिनों यहां एक रैली को संबोधित किया।
मुनुगोडु उपचुनाव के मद्देनजर उस निर्वाचन क्षेत्र के लेंकलपल्ली गांव के लिए पार्टी चुनाव प्रभारी के रूप में सीएम केसीआर को नियुक्त किया गया है। इस हद तक केसीआर ने स्वयं पार्टी के अध्यक्ष के रूप में इस निर्णय की घोषणा की। मात्र 2085 लोगों की आबादी वाला यह गांव राज्य की राजनीति में सुर्खियों में आ गया है। क्योंकि चुनाव प्रभारी एक मुख्यमंत्री है। इसके अलावा मुनुगोडु उपचुनाव के लिए टीआरएस पार्टी के विधायकों और मंत्रियों को मुनुगोडु अभियान की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी क्रम में मंत्री हरीश ने मार्रीगुड़ा मंडल का कार्यभार संभाला। अब सीएम केसीआर चुनाव प्रभारी के रूप में अपने अधिकार क्षेत्र के एक छोटे से गांव की कमान संभाल रहे है। एक तरफ लोग चर्चा कर रहे हैं कि फार्म हाउस बाहर नहीं निकलने वाले सीएम केसीरआर एक छोटे से गांव के चुनाव प्रभारी नियुक्त हो गये है। राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश की घोषणा करके बीआरएस बनाने वाले केसीआर अब एक गांव के चुनाव प्रभारी के तौर पर आ रहे हैं।
इसी क्रम में हरियाणा की आदमपुर विधानसभा सीट से भाजपा ने पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई के पुत्र भव्य बिश्नोई को मैदान में उतारा है। वहीं यूपी कि गोला गाकरननाथ सीट से बीजेपी ने अमन गिरि को चुनाव मैदान में उतारा है। आपको बता दें कि इस साल जुलाई में कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस छोड़ दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने आदमपुर सीट से इस्तीफा दे दिया था। इस कारण यहां उपचुनाव कराना पड़ रहा है। अब हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पोते भव्य इस सीट से भाजपा के टिकट पर उपचुनाव लड़ेंगे। इससे पहले भव्य वर्ष 2019 में कांग्रेस के टिकट पर हिसार से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं, परंतु उन्हें भाजपा के बृजेंद्र सिंह से हार का सामना करना पड़ा था। भव्य को 1 लाख 84 हजार वोट मिले थे और वह तीसरे नंबर पर रहे। वर्ष 1968 से लेकर 1982 तक भजनलाल आदमपुर सीट से विधायक रहे। उनके बाद उनकी पत्नी जसमा देवी भी यहां से चुनाव लड़ीं। कुलदीप बिश्नोई और उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई भी यहां से चुनकर विधानसभा पहुंच चुके हैं
उत्तर प्रदेश की गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट भाजपा विधायक अरविंद गिरि के निधन के बाद खाली हुई है। भाजपा ने यहां होने वाले उपचुनाव के लिए दिवंगत विधायक के पुत्र अमन गिरि को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस नवगठित विधानसभा सीट पर पहली जीत सपा के लिए विनय शंकर तिवारी ने दर्ज की थी। वर्ष 2017 में सपा ने विनय पर फिर से भरोसा जताया, मगर भाजपा की लहर में अरविंद गिरि के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में फिर से यह सीट भाजपा के पाले में चली गई और अरविंद गिरि ने 29,294 वोटों के अंतर से विनय शंकर तिवारी को चुनाव हरा दिया। सपा ने फिर से विनय को ही इस सीट से मैदान में उतारा है। विनय शंकर तिवारी कोई और नहीं बल्कि पूर्व विधायक हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं। (एजेंसियां)