हैदराबाद: जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे तेलंगाना की राजनीति में नई-नई पार्टियां उभरकर सामने आ रही हैं। मुख्य रूप से यह नई पार्टियां मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के खिलाफ आ रहे हैं। दिवंगत मुख्यमंत्री वाईएसआर की बेटी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला पहले ही तेलंगाना की धरती पर वाईएसआर तेलंगाना पार्टी नाम की नई पार्टी बना चुकी हैं और केसीआर के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। वह तेलंगाना की बहू के रूप में प्रजाप्र स्थानम पदयात्रा के जरिए लोगों के बीच में काम कर रही हैं। वहीं आरएस प्रवीण कुमार ने अपने आईपीएस पद से इस्तीफा दे दिया है और बहुजन पार्टी में शामिल हुए तथा केसीआर सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं।
आरएस प्रवीण कुमार के नक्शे कदम पर एक और अधिकारी राजनीति में उतरने को तैयार है। पूर्व आईएएस अधिकारी अकुनूरी मुरली ने घोषणा की है कि वह तेलंगाना में नई पार्टी बनाएंगे। उन्होंने खुलासा किया कि वह पूर्व अधिकारियों और बुद्धिजीवियों के साथ एक नई पार्टी बनाने जा रहे हैं। जल्द ही इसकी जानकारी दी जाएगी। मुरली ने हाल ही में कोत्तागुडेम का दौरा किया और मीडिया से बात की। उन्होंने स्पष्ट किया कि तेलंगाना में राजनीति एक व्यवसाय बन गई है और वह तेलंगाना के लोगों को आदर्श राजनीति प्रदान करने के लिए जल्द ही एक नई राजनीतिक पार्टी का गठन करने जा रहे हैं।
अकुनुरी मुरली पिछले कुछ समय से केसीआर सरकार की आलोचना कर रहे हैं। ट्विटर के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में केसीआर सरकार की नाकामियों पर सवाल कर/उठा रहे हैं। हाल ही में मुनुगोडु ने उपचुनाव रद्द करने के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग को पत्र भी लिखा है। अकुनूरी मुरली जयशंकर भूपालपल्ली जिलाधीश और राज्य अभिलेखागार के निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं। शेष अवधि रहते हुए ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली गई। उसके बाद मुरली ने एपी में जगन मोहन रेड्डी सरकार में शिक्षा विभाग में एक बुनियादी ढांचा सलाहकार के रूप में काम किया। परिणास्वरूप आंध्र प्रदेश में सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी मीडियम, पढ़ने वाले छात्रों के माताओं के खाते में करोड़ रुपये जमा और छात्रों को पौष्टिक आहार दिया जा है। खबर है कि पांच लाख से अधिक निजी स्कलों के छात्रों ने सरकारी स्कूलों में दाखिल लिया है। इसका श्रेय मुरली को जाता है।
कुछ समय बाद एपी सरकार के सलाहकार के पद से इस्तीफा देने वाले अकुनूरी मुरली अपने गृह राज्य तेलंगाना में लोगों की समस्याओं पर फोकस कर रहे हैं। साथ ही केसीआर सरकार की जमकर आलोचना कर रहे हैं। आरएस प्रवीण कुमार पहले ही बसपा में शामिल हो चुके हैं और केसीआर के खिलाफ राजनीति में अपनी रफ्तार तेज कर दी हैं। अब उनके नक्शे कदम पर अकुनूरी मुरली का राजनीति में प्रवेश तेलंगाना की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है।
केसीआर के खिलाफ तेलंगाना में कांग्रेस, बीजेपी, वाईएसआरटीपी, टीजेएस, प्रजा शांति पार्टी और बसपा जैसी पार्टियां सक्रिय हैं। ये सब अगले चुनाव में केसीआर को हराने की कोशिश की जा रही है। तेलंगाना इस समय कांग्रेस और भाजपा मजबूत हैं। वहीं अन्य दल अपनी शक्ति/ताकत दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं। अब देखना होगा कि अकुनूरी मुरली द्वारा बनाई जाने वाली नई पार्टी से तेलंगाना की राजनीति में किस तरह के बदलाव लेकर आती हैं।