हैदराबाद : तेलंगाना में धान की खरीदी मुद्दा किसानों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है। कई दिनों से अनाज केंद्रों पर खरीदी का इंतजार कर रहे किसान धान की ढेरों पर ही दम तोड़ रहे हैं। हाल ही में कामारेड्डी जिले में बीरय्या नामक किसान की धान के ढेर पर ही मौत हो गई थी। इससे पहले भी दो अन्य किसानों की धान केंद्रों में मौत हो चुकी है। इन घटनाओं को भूले ही नहीं कि जगित्याल जिले के जम्मीकुंटा में मंगलवार को एक और किसान की धान के ढेर पर ही मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार, जम्मीकुंटा नगर पालिका के आबादी जम्मीकुंटा गांव निवासी किसान बिट्ला ऐलय्या अपनी 20 एकड़ जमीन में धान की खेती की। फसल को काटकर सुखाया और बेचने के लिए आबादी जम्मीकुंटा में चावल खरीद केंद्र लेकर आया। पंद्रह दिनों से धान को बेचने का इंतजार कर रहा था। मगर नंबर नहीं आया। इसके चलते ऐलय्या मानसिक रूप से चिंतित होने लगा। आज उसे कहा गया कि उसके धान की खरीदी की जाएगी। यह सुनकर वह खुशी से बैगों में धान भरने लगा। इसी दौरान उसे दिल का दौरा पड़ गया और मौत हो गई। ऐलय्या की मौत की खबर सुनते ही परिवार और गांव में मातम छा गया है।
इसी क्रम में साथ किसानों ने कहा कि 15 दिन पहले ऐलय्या धान को बेचने के लिए आईकेपी सेंटर को लेकर आया था। धान की खरीदी नहीं किये जाने से वह बहुत ही दुखी रहता था। आज उसके धान की खरीदी किये जाने की बात सुनकर खुशी से धान को बैगों में भरने लगा। मगर इसी दौरान उसे दिल का दौरा पड़ा और मौत हो गई। किसानों ने आरोप लगाया कि ऐलय्या की मौत के लिए तेलंगाना सरकार और अधिकारी जिम्मेदारी है।