हैदराबाद: नगर के वरिष्ठ साहित्यकार प्रदीप देवीशरण भट्ट की पुस्तक ‘असलियत में चाँद मेरे पास है’ का लोकार्पण गुजरात की राजधानी गाँधी नगर में अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेश नीरव एवम डॉक्टर बलवंत शांतिलाल जानी जो कि केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर (मध्य प्रदेश) के कुलाधिपति हैं के कर कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। इससे पहले होटल ग्रांड हैवन में वर्चुअल माध्यम से प्रधान मंत्री मोदी के मिशन ‘स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत’ पर एक सार्थक चर्चा का आयोजन किया गया जिसमें देश विदेश के कई विद्वानों ने अपने विचार प्रकट किये। साथ ही पर्यावरण को केंद्रित कर काव्य पाठ का भी आयोजन किया गया।
डॉक्टर बलवंत शांतिलाल जानी जी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ किया गया। विशिष्ट अतिथि के तौर पर दूरदर्शन पटना के निदेशक राजकुमार नाहर जो कि मशहूर तबला वादक भी हैं उपस्थित रहे। वहीं मुम्बई से पधारे राजोरिया दम्पती जो कि प्रसिद्ध संगीतकार एवम गायक भी हैं ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर मंच की शोभा बढाई। तत्पश्चात हैदराबाद के साहित्यकार प्रदीप देवीशरण भट्ट की दूसरी कृति ‘असलियत में चाँद मेरे पास है’ का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर श्री भट्ट को संस्था द्वारा ‘सृजन अमृत’ सम्मान से भी सम्मानित किया गया।
दूसरे सत्र में पंडित सुरेश नीरव एवम ज्ञान चंद मर्मज्ञ की अध्यक्षता में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें प्रतापगढ (उत्तर प्रदेश) से डॉक्टर एल बी तिवारी ‘अक्स’, गुरुग्राम से राजेंद्र व इंदु निगम, इंदौर से दिनेश दवे एवं आलोक रंजन, रतलाम से यशपाल, देहरादून से सुभाष चंद सैनी, दिल्ली से ब्रहमदेव शर्मा, उमंग सरीन, रंजना मजूमदार, गाज़ियाबाद से मधु मिश्रा राजेश लखेरिया राजस्थान से मधु मुकुल चतुर्वेदी, प्रमिला व्यास, उज्जैन से हास्य कवि राज, बिहार से ऋषि सिन्हा, मुम्बई से डॉक्टर ऋचा सिन्हा ने अपनी अपनी रचनाओं के माध्यम से समां बाँधा।
प्रदीप देवीशरण भट्ट ने प्रेम पर एक रचना -चल स्लेट पर फिर लिख डालें, अपनी प्रेम कहानी को कच्ची उम्र के कच्चे सपने, पक्की उस नादानी को सुनाकर सभा में उपस्थित सभी श्रोताओं की वाहवाही लूटी। मधु मिश्रा के धन्यवाद ज्ञापन से सभा का समापन हुआ।इस तरहर शैक्षणिक प्रवास के साथ ही तीन दिवसीय अधिवेशन का समापन सम्पन्न हुआ।