हैदराबाद : मौत के बाद भी एक कांस्टेबल ने पांच परिवारों में रोशनी भर दी। अंगदान करके पांच लोगों को जीवन दान दिया है। लोगों को जीवनदान देने वाले कांस्टेल का सहकर्मी और स्थानीय लोगों के अश्रुनयनों के बीच अंतिम संस्कार किया गया। कांस्टेबल विजय कुमार की जय, कांस्टेबल विजय कुमार अमर है। जैसे नारेबाजी के बीच अंतिम संस्कार किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, तेलंगाना विशेष पुलिस विभाग के बत्तूला विजय कुमार 12वीं बटालियन में सेवारत था। इस बटालियन के कांस्टेबलों के साथ नलगोंडा में काम कर रहा था। तीन दिन पहले अपनी बाइक से आते समय सागर-हलिया मेन रोड पर हादसा हो गया। हादसे में विजय कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद वह कोमा में चला गया और ब्रेन डेड (Brain Dead) हो गया।
विजय कुमार की ब्रेन डेड की खबर सुनते ही परिवार में मातम छा गया। इस दुःख की घड़ी में भी परिजनों ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया। चार अन्य लोगों की जान बचाने के इरादे से अंगदान करने के लिए आगे आये। इसके चलते डॉक्टरों ने विजय कुमार के शरीर से विभिन्न अंगों को एकत्र किया और उसे विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे मरीजों को जोड़ दिया।
परिवार के सदस्यों ने बताया कि दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा आगे आने वाले विजय कुमार की आकांक्षाओं के अनुकूल लोगों जीवन देने के इरादे से अंगदान करने का फैसला किया है। इस दौरान टीएसएसपी बटालियन की अतिरिक्त डीजीपी अभिलाषा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने अंगदान करने के लिए आगे आने पर विजय कुमार के परिवारजनों को बधाई दी।
इसी बीच 2013 बैच के कांस्टेबलों ने कहा कि हमारे दोस्त के मौत के बाद भी पांच लोगों के जीवन में रोशनी भरने वाले विजय कुमार पर हमें गर्व है। स्थानीय लोग और बड़ी संख्या में पुलिस के अश्रुनयनों के बीच अंतिम संस्कार किया गया।