हैदराबाद: तेलंगाना के सूयार्पेट जिले में चौकाने वाला मामला सामने आया है। एक महिला ने अपने बेटे को गांजा की लत के लिए दंडित करने के लिए उसे पोल से बांधने के बाद उसकी आंखों में मिर्च पाउडर रगड़ दिया। एक महिला ने अपने बेटे को गांजा की लत से छुटकारा दिलाने के लिए यह सजा दी। महिला ने अपने बेटे को पोल से बांधने के बाद उसकी आंखों में मिर्च डाल दिया। तेलंगाना के सूयार्पेट जिले के कोडाद में हुई इस घटना का वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि तेलंगाना में ग्रामीण माता-पिता बच्चों की आंखों में मिर्च पाउडर रगड़ते हैं। यह कोई नई बात नहीं है। अक्सर ऐसी घटनाएं सुनने को मिलती हैं।
दरअसल अपने 15 साल के बेटे के गांजे की लत से परेशान महिला ने पोल से उसे बांध दिया। इसके बाद उसने बेटे के आंखों में मिर्च पाउडर रगड़ दिया। जलन से युवक बेतहाशा चीखता-चिल्लाता रहा। कुछ पड़ोसियों को भी लड़के की मां को पानी डालने की सलाह देते हुए सुना गया। गांजा पीने की आदत छोड़ने का आश्वासन के बाद ही महिला ने अपने बेटे को खोला दिया। वह स्कूल बंद करके गांजा पीना शुरू किया था। इसलिए मां ने इस तरह कड़ी धूप में सजा दी। मां की बार-बार चेतावनी के बाद भी वह नहीं बदला।
वीडियो ने सोशल मीडिया पर एक बहस छेड़ दी कि क्या यह पुराना तरीका उपयोगी होगा। कुछ नेटिजन्स ने सुझाव दिया कि यह उल्टा साबित हो सकता है। यह घटना युवाओं में बढ़ती ड्रग की लत और कानून प्रवर्तन अधिकारियों की ओर से इस खतरे को रोकने के लिए चल रहे अभियान के बीच सामने आई है।
गौरतलब है कि हाल ही में हैदराबाद में ड्रग्स के ओवरडोज से एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट की मौत हो गई। अधिकारियों को यह मामला चिंतित कर दिया है। पुलिस की ओर से की गई जांच में पता चला कि वह दोस्तों और एक ड्रग पेडलर के साथ गोवा जाने के दौरान एक ड्रग एडिक्ट बन गया था और उसने ड्रग्स का कॉकटेल लेना शुरू कर दिया था। पुलिस और नवगठित हैदराबाद नारकोटिक्स एनफोर्समेंट विंग ना केवल पेडलर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। बल्कि ड्रग्स का सेवन करने वालों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर रही है।
पुलिस के अनुसार, हाल के दिनों में कई युवा और छात्र ड्रग्स के आदी हो गए हैं और वे अपराध और अन्य असामाजिक गतिविधियों में शामिल हैं। पुलिस ने युवाओं और छात्रों से नशीले पदार्थों के शिकार ना होने की अपील की है। साथ ही माता-पिता से अनुरोध किया है कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। इस तरह की असामाजिक गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस से संपर्क करने या पुलिस को सूचना देने का आग्रह किया है।