अमरावती : आंध्र प्रदेश में 3 महीने में 2.06 लोगों की मौत हो गई हैं। प्रदेश में पिछले दो महीनों में बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं। जून में 82,205 मौतें दर्ज की गईं। इससे पहले मई में 85,978 मौतें दर्ज हुई थी। सामान्य दिनों में वृद्धावस्था, अन्य बीमारी, सड़क दुर्घटना, आत्महत्या और अन्य कारणों से हर महीने 30,000 से 35,000 लोगों की मौतें दर्ज की जाती थी। मगर मई में कोरोना के तेज होने के कारण मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ गया।
स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक अप्रैल में 776, मई में 2,938 और जून में 1,776 लोगों की मौत हुई है। बर्थ एंड डेथ पोर्टल के अनुसार अप्रैल से जून के बीच विभिन्न कारणों से 2,05,518 लोगों की मौत हो चुकी है। कुल मिलाकर देखा जाये तो एप्रैल में 37,335, मई और जून में 1,68,183 मौते दर्ज हुईं है। इन महीनों में ही कोरोना सेकेंड वेव जोरो पर था।
82 हजार महिलाओं की मौत
आंकड़ों के अनुसार, तीन महीने में मरने वाले 2.05 लाख लोगों में से 82,000 महिलाएं हैं। सबसे ज्यादा महिलाओं की मौत पूर्वी गोदावरी जिले में हुई है। पूर्वी गोदावरी जिले में मई में 8,000 मौतें हुईं, इनमें 3,000 महिलाएं हैं। इस जिले में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ते गये उसी तरह जून में 5,000 महिलाओं की मौत हो गई हैं। कृष्णा जिले में मई में 3,500 और जून में 3,000 महिलाओं की मौत हो गई।
घर पर और अस्पतालों में मौत
पिछले 3 महीनों में 1.29 लाख लोगों की घर पर और अस्पतालों को ले जाते समय मौत हो चुकी है। इनमें अप्रैल में 26,385, मई 51,825 और जून 51,172 में लोगों की मौत हो गई। इस तरह 1,02,997 लोगों की मौत हो गई। अस्पतालों और अन्य केंद्रों में 76,134 लोगों की मौत हो गई है। अप्रैल में 10,146, मई में 32,273 और जून में 28,893 लोगों की केवल अस्पतालों में मौत हो गई हैं।
सबसे ज्यादा मौतें
रिकॉर्ड यह भी बताते हैं कि घर से अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मरने वालों को घर पर ही मौत होने का उल्लेख किया गया है। हादसे में मरने वालों का ब्योरा उस इलाके के नाम पर दर्ज किया जा रहा है। सभी प्रकार के मौतें केंद्र की ओर से विशेष रूप से डिजाइन किये गये जन्म और मृत्यु पोर्टल में पंजीकरण किया जा रहा है। राज्य में सबसे ज्यादा मौतें पूर्वी गोदावरी, गुंटूर और कृष्णा जिलों में हुईं हैं।