क्यों की जा रही है टॉलीवुड अभिनेता अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा’ का कर्नाटक में बहिष्कार की मांग?

हैदराबाद : यह दुनिया मनोरंजन पर अधिक ध्यान देती है। शायद इसीलिए देश और दुनिया में अनेक मनोरंजन के साधन उपलब्ध है। एक-एक बार सोचने पर लगता है कि यदि मनोरंज के साधन नहीं होते तो लोग कैसे जी पाते या कैसे रह पाते! इन मनोरंजनों में सबसे मुख्य हैं-फिल्म। ऐसे मनोरंजन फिल्मों में कभी विवाद भी उठते हैं और उठे भी हैं। मिट भी गये हैं। हां कुछ जल्द और कुछ देर से ही सही।

इसी क्रम में ‘पुष्पा’ फिल्म को लेकर विवाद उठा है। मगर यह विवाद उतना गंभीर नहीं है। मगर है विवाद ही। तो चलिए पुष्पा फिल्म को लेकर क्या, कहां और कैसा विवाद उठा है।

टॉलीवुड अभिनेता अल्लू अर्जुन की ‘पुष्पा: द राइज’ देशभर के अनेक राज्यों में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म का निर्देशन सुकुमार ने किया है। इस फिल्म में अल्लू अर्जुन और रश्मिका मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म रिलीज के मद्देनजर हैशटैग #Pushpa और #PushpaTheRise ट्रेंड कर रहे हैं। दर्शकों का मानना है कि अल्लू अर्जुन अभिनय और सुकुमार निर्देशन बहुत अच्छा है।

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हालांकि, कर्नाटक में कई लोग फिल्म का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं। #BoycottPushpaInKarnataka हैशटैग ट्विटर में ट्रेंड हो रहा है। कर्नाटक में तेलुगु संस्करण को कन्नड़ संस्करण की तुलना में अधिक स्क्रीन आवंटित किये गये हैं। आरोप है कि तेलुगु संस्करण सैकड़ों सिनेमाघरों में रिलीज किया गया है और कन्नड़ संस्करण दस थिएटरों में भी रिलीज नहीं किया गया हैं। गौड़ारैथा यूजर ने ट्वीट किया, “यह आंध्र प्रदेश नहीं है। यह कर्नाटक है। कन्नड़ में पुष्पा को अधिक संस्करण के साथ रिलीज करें। वर्ना बहिष्कार का सामना करने के लिए तैयार हो जाये।”

कर्नाटक में पुष्पा फिल्म को रिलीज करना चाहते है तो कन्नड़ में ही रिलीज करने की मांग कर रहे हैं। Nav_Mocktail यूजर ने ट्वीट किया, “तेलुगु भाषी लोगों… हम पुष्पा फिल्म के खिलाफ नहीं हैं। हम तेलुगु फिल्मों के खिलाफ भी नहीं हैं। लेकिन कर्नाटक में केवल कन्नड़ संस्करण रिलीज किया जाना चाहिए। हमारे लिए कन्नड़ से बढ़कर कोई नहीं है।”

दीक्षित46194286 नामक यूजर ने कहा कि कर्नाटक में तेलुगु को जबरदस्ती रगड़ने का अधिकार किसी को भी नहीं है।

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दिलीप नायक ने टिप्पणी की, “मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि अगर इसे कर्नाटक में कन्नड़ में रिलीज करने का इरादा नहीं है तो पुष्पा फिल्म की डबिंग क्यों की गई है।”

हालांकि, कई दर्शकों ने कहा है कि वो तेलुगु फिल्म और अल्लू अर्जुन के खिलाफ नहीं हैं। यशस वीके यूजर ने कहा। “तेलुगु फिल्म प्रेमियों और अल्लू अर्जुन के प्रशंसकों से अपील करता हूं। हम फिल्म, नायक के खिलाफ नहीं हैं। हम वितरकों के खिलाफ हैं। वास्तव में हम उस फिल्म को देखना चाहते हैं। वह केवल कन्नड़ भाषा में रहे। इसलिए हम विरोध कर रहे हैं।”

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कई फैंस मांग कर रहे हैं कि कन्नड़ भाषा में कर्नाटक में फिल्म पुष्पा को रिलीज किया जाये।

एक ट्विटर यूजर अमरेश ने सवाल किया, “पान इंडिया फिल्म की बात बताये जाने पर कर्नाटक में कन्नड़ डब वर्सन क्यों नहीं रिलीज किया गया है?

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जगदीश ने ट्वीट किया कि अगर पुष्पा फिल्म का बहिष्कार किया गया तो मेगा परिवार के प्रशंसक कन्नड़ फिल्म का बहिष्कार करेंगे।

https://twitter.com/JagadeeshTrolls/status/1471400137293398016?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1471400137293398016%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.bbc.com%2Ftelugu%2Findia-59693558

Movieandcricbuf के यूजर ने कमेंट किया, “पुष्पा का बहिष्कार करने के बजाये अच्छा होता अगर उसे कन्नड़ में फिल्म रिलीज करते। हम इसका समर्थन करते।”

https://twitter.com/rockedits57/status/1471541971164418050?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1471542457070276609%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es2_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.bbc.com%2Ftelugu%2Findia-59693558

इस टिप्पणी पर Rockedits57 नाम के एक यूजर ने जवाब दिया। उन्होंने टिप्पणी की, “हां भाई। हम अपने वितरक से पूछ रहे हैं। आप बीच में आ रहे हैं। अगर हमारे क्षेत्र में कन्नड़ संस्करण नहीं है तो मैं उस फिल्म को कैसे देख सकता हूं। हम तेलुगु भाषा नहीं समझते हैं” एक ट्विटर यूजर आदिसदाशिव ने अपील की कि इसे कन्नड़-तेलुगु विवाद में नहीं बदलना चाहिए। असली समस्या कम सिनेमाघरों में कन्नड़ संस्करण को रिलीज करने को लेकर छिड़ा है।

हालांकि, कन्नड़ प्रशंसकों की मांग पर फिल्म पुष्प के वितरक और फिल्म युनिट की प्रतिक्रिया आनी बाकी है। खबरे आ रही है कि पुष्पा अच्छा कलेक्शन कर रही है। दर्शन भी पुष्पा को पसंद कर रहे हैं। (सोशल मीडिया और एजेंसियां)

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