हैदराबाद : तमिलनाडु में एक अनोखी शादी हो गई। दुल्हन का नाम ममता बनर्जी और दुल्हे का नाम सोशलिज्म है। ये दोनों रविवार को लिये सात जन्मों के फेरे।
इस शादी में बाराती बने मार्क्सिज्म और कम्युनिज्म के नेता। तमिलनाडु के सलेम जिले के कत्तूर इलाके में दोनों की शादी कोविड नियमों का पालन करते हुए धूमधाम से की गई।
मीडिया में प्रसारित और प्रकाशित खबरों के अनुसार, दूल्हा-दुल्हन और बारातियों के असल नाम हैं। इस शादी के कार्ड में भी छपे हैं। इन अनोखे नामों वाली चर्चित शादी सलेम जिले के कोंडलपट्टी कत्तूर इलाके में हुई। इस समय शादी के तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
दुल्हा ए एम सोशलिज्म का परिवार कई सालों से भारती कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) से जुड़ा रहा है। सोशलिज्म के पिता ए मोहन सीपीआई के जिला सचिव हैं। उन्होंने बताया कि सोवियत संघ के विघटन के बाद कई लोगों को लगा कि कम्युनिज्म खत्म हो गया। इस वजह से उस समय मैंने अपने बेटों के नाम कम्युनिज्म, लेनिनिज्म और सोशलिज्म रखे। वहीं दुल्हन का नाम ममता बनर्जी होना एक संयोग रहा है।
इस अवसर पर दुल्हन ममता बनर्जी और दुल्हे सोशलिज्म ने मीडिया को बताया कि उनके पास हजारों लोगों के बधाई संदेश मिले हैं। उन्हें वे जानते तक नहीं हैं। दुल्हन ने आगे कहा कि मुझे अपने नाम की असली ताकत तब समझ आई, जब दीदी ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनीं।