नई दिल्ली : टोक्यो ओलंपिक-2020 में रजत पदक जीतने वाली भारतीय महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू सोमवार को स्वदेश लौट आई हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर अधिकारी और खेल प्रेमियों ने उनका जोरदार स्वागत किया गया। चानू के एयरपोर्ट पर पहुंचते ही भारत माता की जय के नारे लगाये। इस दौरान मीराबाई की आरटी-पीसीआर जांच भी की गई।
मीराबाई के साथ उनके कोच विजय शर्मा भी उनके साथ लौटे हैं। टोक्यो ओलंपिक में मीराबाई चानू की ओर से भारत की शानदार शुरुआत हुई थी। दूसरे दिन ही भारत की झोली में पदक आ गया। 24 जुलाई को वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू (49 किग्रा) ने रजत पदक जीतकर भारत का खाता खोल दिया था। चानू इस साल टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं।
आपके बता दें कि मणिपुर की 26 साल की वेटलिफ्टर ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) का भार उठाकर रजत पदक अपने नाम किया था। स्वदेश पहुंचकर चानू ने कहा कि सबकी उम्मीदों का तनाव था, लेकिन मन से काम किया। 2016 में पदक चूकने के बाद काफी मेहनत की। ओलंपिक में पदक जीतना बहुत बड़ी चुनौती थी। पांच साल की मेहनत सफल होने पर बहुत खुशी हो रही है।
वेटलिफ्टिंग में चानू पदक जीतने वाली भारत की दूसरी एथलीट बनी हैं। इससे पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने 2000 सिडनी ओलिंपिक में कांस्या पदक जीता था। मीराबाई को पांच साल पहले रियो ओलंपिक में भी पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन वह महिलाओं के 48 किग्रा भार वर्ग में उतना का वजन उठाने में सफल नहीं रहीं थीं। चानू विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण, राष्ट्रमंडल खेलों में (2014 में रजत और 2018 में स्वर्ण) दो पदक और एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। (एजेंसियां)