हैदराबाद: गांधीनगर थाना क्षेत्र के बोईगुड़ा अग्नि दुर्घटना में मारे गये लोगों के शवों को पटना के लिए भेज दिया गया है। इससे पहले 11 शवों को पोस्टमार्टम के बाद गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया था। तेलंगाना सरकार ने विशेष विमान से शवों को बिहार भेजने की व्यवस्था की है। मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव की देखरेख में व्यवस्था की गई। शवों को गांधी अस्पताल की मोर्चरी में सुबह चार बजे तक रखा गया। सुबह छह बजे विशेष विमान से पटना एअरपोर्ट और वहां से मृतकों के गांवों को भेज दिया जाएगा।
मृतकों की पहचान सिकंदर (40), बिट्टू कुमार राम (20), सत्येंदर कुमार (30), चेट्टीलाल राम (28), दामोदर (27), शिंटू कुमार (27), दुर्गा राम (35), राकेश (25), दीपक कुमार राम (26), पंकज (26) और दरोगा कुमार (35) के रूप में की गई है। गंभीर रूप से घायल प्रेम कुमार (25) गांधी अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रेम इमारत की खिड़की से कूदकर बाहर आ गया और बाल-बाल बच गया।
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प्रेम कुमार ने कहा, “मैं दो साल से टिंबर डिपो में काम कर रहा हूं। मंगलवार की रात 11 लोग गोदाम की पहली मंजिल पर सो गये। एक छोटे से कमरे में मैं, बिट्टू और पंकज सो गये। बाकी 9 लोग बगल के एक बड़े कमरे में सो गये। रात 3 बजे के आसपास आग की लपटे औ धुआं आ गया। हम सभी बाहर जाने की कोशिश किये। मगर जब तक आग और धुआं पूरी तरह से फैल चुका था। मैं हिम्मत करके खिड़की से बाहर कूद गया। तब तक वहां मौजूद पुलिस और दमकलकर्मियों ने मुझे देखा और गांधी अस्पताल लेकर आये। बाकि सभी लोग आग में फंस गये। पुलिस और दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया। मगर तब तक हमारे सभी साथी जल गये थे। दुर्घटना टिंबर डिपो के मालिक संपत की लापरवाही के कारण हुई है। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये।”