Telangana Elections-2023: पूरे तेलंगना में गूंज रहा है बर्रेलक्का का नाम, किसी भी समय हो चुनाव…

इस समय तेलंगाना की राजनीति में एक ही नाम गूंज रहा है और वह है- निर्दलीय उम्मीदवार बर्रेलक्का (बर्रे यानी भैंस, बर्रेलु बहुवचन यानी एक से ज्याद भैंस, बर्रेलु+अक्का (बड़ी बहन) यानी बर्रेलक्का अर्थान भैंसों को चराने ले जाने के कारण उसका नाम बर्रेलक्का पड़ गया) उर्फ ​​शिरिषा। बर्रेलक्का की आयु इस समय 24 साल है। 15 जून को उसने अपना जन्म दिन मनाया। इस समय तेलंगाना में ऐसी चर्चा है कि चुनाव किसी भी समय हो जाये, बर्रेलक्का की जीत को कोई भी ताकत नहीं रोक सकती। कोल्हापुर निर्वाचन क्षेत्र के हर व्यक्ति के जुबां पर एक नाम सुनाई दे रहा है-बर्रेलक्का। विधानसभा चुनाव से पहले ही कोल्हापुर निर्वाचन का फैसला आ गया है और निर्दलीय उम्मीदवार बर्रेलक्का उर्फ ​​शिरिषा भारी मतों से जीत हो चुकी है।

कर्णे शिरिषा उर्फ ​​बर्रेलक्का इस समय दो तेलुगु राज्यों के अलावा देश में चर्चा का विषय बन गया है। इसकी वजह यह है कि कोल्हापुर विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सबसे कम उम्र की उम्मीदवार हैं। पेद्दकोत्तापल्ली मंडल के मरिकल गांव निवासी शिरिषा पूर्व मंत्री व कांग्रेस उम्मीदवार जुपल्ली कृष्ण राव, बीजेपी उम्मीदवार एल्लनी सुधाकर राव और बीआरएस उम्मीदवार बीरम हर्षवर्द्धन रेड्डी को चुनौती दे रही हैं। शिरिषा बेरोजगारी को मुख्य एजेंडे के साथ चुनावी मैदान में उतरी है। इस चुनाव में शिरिषा को चुनाव आयोग द्वारा सीटी चिन्ह आवंटित किया गया है।

शिरिषा ने न सिर्फ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा बल्कि घोषणापत्र भी घोषित किया। घोषणापत्र में कोल्हापुर में अस्पतालों के साथ-साथ मुफ्त कोचिंग सेंटर स्थापित करने का वादा किया है। उसने कहा कि वह खुद से प्रतिस्पर्धा करने का फैसला किया है और उनकी प्रतिस्पर्धा के पीछे कोई नहीं है। बर्रेलक्का उर्फ ​​शिरिषा को विश्वास है कि वह चुनाव जीतेंगी और इतिहास रचेंगी।

पिछले दिनों शिरिषा का नाम एक वीडियो खूब वायरल हो गया था। जो पढ़ी लिखी होने के बावजूद नौकरी नहीं मिलने के कारण भैंस चराते हुए दिखाया। यूट्यूब पर बैरेलक्का उर्फ ​​शिरिषा के चैनल के करीब 1.6 लाख सब्सक्राइबर हैं। उनके वीडियो भी यूट्यूब पर ट्रेंड कर रहे हैं। किसी भी नेता को इतने व्यूज नहीं मिल हैं। शिरिषा का समर्थन धीरे-धीरे बढ़ रहा है। मौजूदा राजनीति में इतना साहसिक कदम उठाने के लिए शिरिषा की जमकर सराहना हो रही है। यानम से पूर्व मंत्री मल्लादी कृष्ण राव ने भी उसे एक लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की।

हाल ही में, एक चुनाव प्रचार अभियान के दौरान उनके छोटे भाई पर अज्ञात लोगों ने हमला किया। इससे राज्य में एक बड़ी बहस छिड़ गई। नेताओं ने राजनीतिक दलों की परवाह किए बिना बर्रेलक्का के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया। हर कोई शिरिषा की सुरक्षा की मांग कर रहा है। तेलंगाना उच्च न्यायालय ने कोल्हापुर से निर्दलीय उम्मीदवार बर्रेलक्का उर्फ ​​शिरिषा को सुरक्षा प्रदान करने का आदेश जारी किया है। बर्रेलक्का ने अपनी सुरक्षा के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि चुनाव खत्म होने तक बर्रेलक्का को सुरक्षा मुहैया कराई जाए। आदेश में कहा गया है कि बर्रेलक्का द्वारा आयोजित सार्वजनिक सभाओं के लिए सुरक्षा प्रदान की जाए। इस मौके पर कोर्ट ने चुनाव आयोग से लेकर पुलिस तक को कई निर्देश दिये।

कोर्ट ने यह भी सुझाव दिया है कि उन उम्मीदवारों को सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए जो अनुरोध करते हैं कि उनकी जान को खतरा है। केवल मान्यता प्राप्त दलों को सुरक्षा प्रदान करना पर्याप्त नहीं है। साथ ही स्पष्ट किया कि उम्मीदवारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है। उच्च न्यायालय ने आदेश दिया कि बर्रेलक्का को एक गनमैन के साथ सुरक्षा प्रदान की जाए। ज्ञातव्य है कि याचिकाकर्ता बर्रेलक्का ने 2+2 सुरक्षा आवंटित करने का अनुरोध किया था। लेकिन हाई कोर्ट ने बैरेलक्का को एक गनमैन के साथ सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया।

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