हैदराबाद : टीपीसीसी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने कहा है कि तेलंगाना सरकार के बिजली और केंद्र सरकार के गैस और पेट्रोल की कीमतों की बढ़ोतरी से आम लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा। रेवंत ने शनिवार को गांधी भवन में संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
उन्होंने आगे कहा कि बिजली की दामों की बढ़ोत्तरी के विरोध में कांग्रेस पार्टी तेलंगाना में बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगी। साथ ही केंद्र सरकार के गैस और पेट्रोल की कीमतों में की गई वृद्धि के खिलाफ भी लड़ेगी है। उन्होंने बताया कि मुद्रास्फीति ईंधन की कीमतों में वृद्धि के विरोध में 31 मार्च से 7 अप्रैल तक तेलंगाना में विरोध प्रदर्शन और बाइक रैली आयोजित किये जाएंगे। विरोध प्रदर्शन के अंतर्गत केंद्र और राज्य सरकार के पुतले जलाये जाएंगे और जिलाशीश कार्यालयों का घेराव किया जाएगा।
रेवंत रेड्डी ने कहा कि कोरोना काल में करोड़ों लोगों की नौकरियां चली गई है। ऐसे हालत में दामों की बढ़ोत्तरी किये जाने से आम लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा। 1 अप्रैल से बिजली शुल्क में वृद्धि किये जाने से तेलंगाना सरकार गरीबों से 5,596 करोड़ रुपये वसूलने पर तुली है। साथ ही सर चार्ज के नाम पर और 6,000 करोड़ रुपये गरीबों की जेब से जबरन खींच रही है। सरकार ने दलित कॉलोनियों को मुफ्त बिजली देने का वादा किया है। अब मुफ्त बिजली देने की बात तो दूर लगातार दाम बढ़ाते जा रही है।
रेवंत रेड्डी ने केंद्र सरकार के देश की जीडीपी बढ़ने की बढ़प्पन की नई परिभाषा बताई है। उन्होंने कहा कि जी-गैस, डी-डीजल और पी-पेंट्रोल हैं। सवाल किया कि क्या इन तीनों के दाम बढ़ना ही जीडीपी है? उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की लूटपाट को रोकने के लिए एआईसीसी के आदेसानुसार 31 मार्च से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उगादी के दिन विरोध प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। इस तरह 7 अप्रैल तक तेलंगाना में आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने लोगों से बड़े पैमाने पर आंदोलन कार्यक्रम में भाग लेने आह्वान किया। आंदोलन के दौरान केसीआर और मोदी की लूटपाट के विरोध में आवाज उठाये। उन्होंने बताया कि विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम के अंतर्गत सिलिंडर महंगाई की माला बांधकर, बाइक रैली, केसीआर और मोदी के पुतले जलाये। विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस पार्टी के सभी नेताओं के शामिल होंगे। रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस कार्यकर्ता और नेताओं से आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया।