हैदराबाद : शिक्षा मंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी ने कहा कि शिक्षकों के तबादले और प्रोन्नति की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि सीएम केसीआर ने सुझाव दिया कि इसे बिना किसी कानूनी दिक्कत के किया जाना चाहिए। इसलिए हम किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए सावधानी बरत रहे हैं। यह सरकार की जिम्मेदारी है और शिक्षकों को उनसे इसके बारे में पूछने की जरूरत नहीं है।
सोमवार को रवींद्र भारती में गुरुपूजोत्सव (शिक्षक दिवस) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सबिता रेड्डी के साथ मंत्री महमूद अली, श्रीनिवास गौड़, एमएलसी जनार्दन रेड्डी, नरसिरेड्डी, रघोत्तम रेड्डी, उच्च शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष लिंबाद्री, उपाध्यक्ष वेंकटरमण, आयुक्त नवीन मित्तल, उमर जलील, श्रीदेवसेना और कई कुलपतियों ने कार्यक्रम में भाग लिया और संबोधित किया।
सबिता इंद्रा रेड्डी ने आगे कहा कि कोरोना के समय में बच्चों को शिक्षित करने के लिए शिक्षकों द्वारा किए गए प्रयासों को समाज नहीं भूलेगा। शिक्षकों को सलाह दी जाती है कि वे बच्चों को पाठ के साथ-साथ नैतिक मूल्यों, संस्कृति और परंपराओं के बारे में भी बताएं। उन्होंने कहा कि किताबों में जो लिखा है, उसके अलावा जीवन और समाज के बारे में भी छात्रों को बताये।
मंत्री ने कहा कि तेलंगाना के सभी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं। ‘मन उरु-मन बड़ी’ (हमारा गांव-हमारा स्कूल) कार्यक्रम के माध्यम से सात हजार करोड़ रुपये की सुविधा प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों के मुकाबला करने और पर्याप्त सुविधाएं सृजित करने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि कानून के तहत मिलने वाली निधि को केंद्र सरकार तेलंगाना को नहीं दे रही है। केंद्र सरकार बच्चों के विषयों में भी राजनीति कर रही हैं। मंत्री श्रीनिवास गौड़ ने कहा कि प्रबंधन निजी शिक्षण संस्थानों को व्यावसायिक संस्थानों में बदल रहा है। इस दौरान तेलंगाना में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार के लिए चुने गए 155 शिक्षकों, व्याख्याताओं और प्रोफेसरों को पुरस्कार प्रदान किए गए।