आज गायक, संगीतकार और अभिनेता एसपी बालसुब्रमण्यमकी पहली पुण्यतिथि है। पिछले साल आज ही के दिन कोरोना महामारी ने हमसे उनकी आवाज छीन ली। एसपीबी न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में आधी सदी से भी अधिक समय तक श्रोताओं के दिलों और दिमागों पर राज किया। उनकी आवाज ने लोगों की उन सभी भावनाओं को महसूस कराया जो उनके गीतों ने चित्रित किया था।
बालसुब्रमण्यम ने तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और हिंदी सहित कई भाषाओं में गीत गाये हैं। संक्षेप में कहा जाये तो वह एक राष्ट्रीय आवाज थे। तथ्य यह है कि उन्हें छह बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। यह उनकी क्षमता को बढ़ाता है। 40,000 से अधिक गानों के साथ बालसुब्रमण्यम ने सबसे अधिक संख्या में गीत गाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया। इतना ही नहीं, एक दिन में 21 गाने गाये जाने का एक और रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।
बालसुब्रमण्यम एक असाधारण गायक होने के साथ-साथ तमिल सिनेमा के जाने-माने संगीतकार भी थे। गायन और संगीत के अलावा कई फिल्मों में अभिनय किया और दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ी दी। 15 दिसंबर 1996 को श्री श्री श्री मर्यादा रमन्ना (Sri Sri Sri Maryada Ramanna) फिल्म के साथ पार्श्व गायन में प्रवेश किया। इस महान गायक को भारत सरकार से पद्म श्री और पद्म भूषण सहित कई बड़े पुरस्कार मिले हैं।
पिछले साल इस असाधारण प्रतिभावान बालसुब्रमण्यम के निधन से भारतीय फिल्म उद्योग जगत को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। 25 सितंबर 2020 को चेन्नई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने कोविड- 19 से लंबी लड़ाई लड़ी। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी मृत्यु फेफड़े फेल होने के कारण हुई है।
ऐसे महान गायक को आज उनके प्रशंसक और संगीत प्रेमी सुबह से ही सोशल मीडिया में याद कर रहे हैं। इसी क्रम में टीडीपी के प्रमुख्य नारा चंद्रबाबू नायडू ने भी बालसुब्रमण्यम को याद करते हुए ट्वीट पोस्ट किया है। उन्होंने कहा कि इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा है कि बालसुब्रमण्यम अब नहीं रहे हैं। उनके गीत हमेशा कानों में गूंजते रहते हैं। इसीलिए उनका निधन होकर एक साल हो गया इस पर भरोसा नहीं होता है। ऐसे महान गायक को मेरी ओर से श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं।