हैदराबाद: कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी के तेलंगाना के दो दिवसीय दौरे ने पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह भर दिया है। हालांकि नेताओं के बीच मनमुटाव और डर भी पैदा कर दिया है। इस दौरान राहुल ने स्पष्ट किया कि आने वाले चुनाव में टीआरएस पार्टी के साथ किसी भी हाल में गठबंधन नहीं किया जाएगा।
राहुल ने पार्टी के नेताओं को सुझाव दिया कि यहां बैठकर हैदराबादी बिरयानी खाने और चाय पीने के बजाये लोगों के बीच जाये और उनकी समस्याओं के बारे में संघर्ष करें। उन्होंने नेताओं को टिकट के लिए दिल्ली नहीं आने की सलाह दी और लोगों के बीच रहकर उनके मुद्दों पर लड़ाई करें।
అష్టైశ్వర్యాలతో తులతూగే కేసీఆర్ కుటుంబానికి అమరవీరుల స్థూపం పూర్తి చేయాలన్న సోయి లేదు.
— Revanth Reddy (@revanth_anumula) May 7, 2022
ఎనిమిదేళ్ల కాలంలో సంపదలు కూడబెట్టుకున్న కేసీఆర్,పోరాట యోధుల త్యాగాలను విస్మరించారు.
ఈ దుర్మార్గం తెలంగాణ సమాజం ముందు ఉంచడానికి @RahulGandhi మొండి గోడలతో ఉన్న స్థూపాన్ని సందర్శించిన సందర్భం. pic.twitter.com/nYmVTERt27
राहुल ने सीधे तौर पर कहा कि टिकट के लिए पैरवी काम नहीं करेगी और उम्मीदवारों का चयन उनके प्रदर्शन के योग्यता के आधार पर किया जाएगा। इससे अब उन नेताओं में तनाव शुरू हो गया है जिन्होंने अपना साम्राज्य बना लिया था। संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों के नेता लोगों की समस्याओं पर किस तरह से प्रतिक्रिया दे रहे हैं और जनता के बीच संबंधित नेताओं की लोकप्रियता को ध्यान में रखकर टिकट दने का खुलासा किया। अब नेताओं को उनके निर्वाचन क्षेत्रों में जाकर पसीना बहाने की नौबत आ पड़ी है।
विश्लषकों का कहना है कि राहुल के भाषण और उनकी बॉडी लैंग्वेज से स्पष्ट होता है कि तेलंगाना में पार्टी की स्थिति और कैसे आगे बढ़ाना है उन्हें इसकी स्पष्ट समझ है। राहुल ने यह भी संकेत दिया कि पार्टी अनुशासन पर सख्त रहेगी। कुल मिलाकर कहा जाता है कि राहुल गांधी का तेलंगाना दौरा पार्टी कैडर में बहुमत नेताओं में उत्साह बढ़ाया है।
శ్రీ @RahulGandhi గారు ఆంధ్రప్రదేశ్ మాజీ ముఖ్యమంత్రి స్వర్గీయ శ్రీ దామోదరం సంజీవయ్య గారికి సంజీవయ్య పార్క్ వద్ద ఘన నివాళులు అర్పించారు. pic.twitter.com/3e3cV6nQ1P
— Telangana Congress (@INCTelangana) May 7, 2022
खासकर शुक्रवार को वरंगल में संपन्न किसान संघर्ष सभा की सफलता ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं में उम्मीद जगाई है कि पार्टी में फिर से जान आएगी। राहुल गांधी ने वरंगल सभा की सफलता और शनिवार को हैदराबाद में आयोजित कार्यक्रमों से खुशी जाहिर की है।
शनिवार को दिल्ली वापस जाते समय राहुल गांधी टीपीसीसी प्रमुख रेवंत रेड्डी और सीएलपी नेता भट्टी विक्रमार्क ने विदाई दी। जाने से पहले राहुल ने उनसे कुछ देर बात की। उन्होंने वरंगल सभा के संचालन पर संतोष व्यक्त किया। सभा को सफल बनाने के लिए रेवंत को बधाई दी। वह शाम 5.40 बजे दिल्ली लौट गये।
Shri @RahulGandhi ji at Chanchalguda Central Jail, Hyderabad to meet the nsui student leaders jailed by the TRS government. pic.twitter.com/kPjNWaYa9e
— Srinivas BV (@srinivasiyc) May 7, 2022