हैदराबाद : एशिया के सबसे बड़े आदिवासी सम्मक्का-सरलम्मा मेडारम जातरा को लेकर श्री त्रिदंडी चिन्ना जियार स्वामी की ओर से की गई टिप्पणी पर तेलंगाना भर आक्रोश भड़क रहा है। पिछले दो-तीन दिनों से आदिवासी समुदाय और राजनीतिक पार्टी के नेता और कार्यकर्ता तेलंगाना में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस दौरान प्रदर्शनकारी चिन्ना जियार स्वामी से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग कर रहे हैं। ताजा टीपीसीसी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने भी इसी मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
रेवंत रेड्डी ने ट्वीट में कहा कि यह सर्वविदित है कि तेलंगाना सरकार की प्रतिष्ठित यादाद्री मंदिर का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। इस यादाद्री मंदिर की निर्माण की पूरी जिम्मेदारी चिन्ना जियार स्वामी देख रहे हैं।
सीएम केसीआर को चाहिए कि तेलंगाना की बहादुर और संस्कृति के प्रतीक ‘सम्मक्का सरलम्मा’ को अपमान करने वाले चिन्ना जियार स्वामी को यादगिरिगुट्टा आगमशास्त्र सलाहकार के पद से तुरंत हटा दें। साथ ही कहा कि हमारे भक्ति और विश्वासों पर हमला करने वाले चिन्ना जियार स्वामी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाये।
తెలంగాణ పౌరుషం, సంస్కృతికి ప్రతీకలైన “సమ్మక్క సారలమ్మ”లను అవమానపరిచిన త్రిదండి చినజీయర్ని యాదగిరిగుట్ట ఆగమశాస్త్ర సలహాదారుడి బాధ్యతల నుండి తక్షణమే కేసీఆర్ తొలగించి…మన భక్తి విశ్వాసాలపై దాడి చేసినందుకు చట్టపరమైన చర్యలు తీసుకోవాలి.@TelanganaCMO pic.twitter.com/xCqh4jRyE5
— Revanth Reddy (@revanth_anumula) March 18, 2022