अमरावती : तिरुपति के पास इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को स्थापित करने से रिलायंस इंडस्ट्रीज पीछे हट गई है। इंडस्ट्रीज ने एपी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एपीआईआईसी) ने उसे आवंटित जमीन को वापस कर दी है। तिरुपति एपीआईआईसी जोनल कार्यालय के अधिकारियों ने पुष्टि की कि रिलायंस ने जमीन वापस कर दी है। उन्होंने यह भी बताया कि जमीन के लिए जमा की गई राशि को कंपनी को वापस करने पर विचार कर रही है।
गौरतलब है कि टीडीपी के शासनकाल में रिलायंस कंपनी 15 हजार करोड़ रुपये निवेश के साथ तिरुपति में इंटरनेट उपयोग के लिए सेट-टॉप बॉक्स और डोंगल निर्माण इकाई स्थापित करने के लिए आगे आई थी। इसके लिए तत्कालीन सरकार ने रिलायंस को 136 एकड़ जमीन आवंटित की। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आने के बाद 75 एकड़ जमीन सौंप दी थी। इसी क्रम में 15 किसानों ने रिलायंस को आवंटित जमीन को लेकर विभिन्न कारणों से अदालत में मुकदमा दायर किया।
फिलहाल इनमें से करीब 50 एकड़ जमीन विवादित है। इसके चलते एपीआईआईसी के अधिकारियों ने एक विकल्प के रूप में वडमालपेट मंडल के पाडिरेडु जंगल के पास गैर-विवादित भूमि आवंटित करने का प्रस्ताव पेश किया। मगर कंपनी ने इस प्रस्ताव का जवाब नहीं दिया। हाल ही में सरकार ने उस जमीन को तिरुमला मंदिर के कर्मचारियों के लिए आवास के लिए आवंटित कर दिया।
इसी क्रम में रिलायंस ने सेट-टॉप बॉक्स असेंबली यूनिट स्थापित करने के अपने प्रस्ताव को वापस ले लिया। जानकारी है कि कंपनी ने आवश्यकता के अनुसार सेट टॉप बॉक्स बनाने के लिए फॉक्सकॉन के साथ एक समझौता किया है। उद्योग मंत्री गौतम रेड्डी ने बताया कि अधिकारियों से बातचीत के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों ने कहा कि राज्य में अभी यूनिट लगाने की जरूरत नहीं है।