हैदराबाद : तेलंगाना में तेलुगु देशम पार्टी की बोलती बंद हो गई है। तेलंगाना टीडीपी के अध्यक्ष एल रमणा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रबाबू को भेजा दिया है। 30 साल तक उनको आगे बढ़ने में सहयोग करने वाले चंद्रबाबू के प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि वह टीआरएस में शामिल होने का फैसला लिया है।
हालांकि रमणा ने अपने त्याग पत्र को तीन लाइन में खत्म किया। उन्होंने अपने त्याग पत्र में कहा कि तेलंगाना में बदलते राजनीतिक समीकरणों के मद्देनजर वह टीआरएस में शामिल होने का निर्णय लिया हैं। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वह राज्य के विकास में शामिल होने के इरादे से शनिवार को टीआरएस में शामिल हो रहे है।
गौरतलब है कि एल रमणा पिछले एक महीने से टीआरएस के नेताओं से बातचीत कर रहे थे। मुख्य रूप से मंत्री एर्रबेल्ली दयाकर राव ने सीएम केसीआर से भेंट के बारे में बातचीत की। इसी क्रम में गुरुवार को बुलावा आने से रमणा एर्रबेल्ली के घर जाकर मिले। पता चला है कि इस दौरान विधायक टिकट और पार्टी में मुख्य पद को लेकर दोनों में बातचीत हुई है। इसके बाद ही रमणा प्रगति भवन में केसीआर से मिलने के लिए राजी हो गये। उनके साथ मंत्री एर्रबेलल्ली भी प्रगति भवन गये।
यह भी पता चला है कि तेलंगाना में वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम, विपक्षी दलों की स्थिति, हथकरघा कल्याण कार्यक्रम और हुजूराबाद उपचुनाव के बारे में विचार विमर्श किया। इस दौरान केसीआर ने टीआरएस में शामिल होकर बीसी के उज्ज्वल भविष्य के लिए सहभागी बनने का सुझाव दिया।
दूसरी सूत्र बताते है कि केसीआर हुजूराबाद उपचुनाव में रमणा को उतारने की तैयारी कर रहे है। क्योंकि हुजूराबाद निर्वाचन क्षेत्र में पद्माशाली समुदाय के 30 हजारे से अधिक वोट हैं। इन वोटों को हासिल करने के लिए रमणा ही सही व्यक्ति है। अब तक इस समुदाय के नेता दो बार इस निर्वाचन क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं।