एक लाख रुपये नकद राशि प्रदान
हैदराबाद : तेलंगाना बुद्धिजीवी मंच के अध्यक्ष डॉ. राज नारायण मुदिराज ने कहा कि आर. कृष्णैया पिछले 50 वर्षों से बीसी/एससी/एसटी बच्चों को शिक्षा, नौकरी और विकास दिलाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। और इसमें उन्हें कई सफलताएं भी मिली और मिल रही हैं। इसीलिए तेलंगाना बुद्धिजीवी मंच आर. कृष्णय्या को उनकी उपलब्धियों के सम्मान में ‘महात्मा ज्योतिराव फुले उत्कृष्टता पुरस्कार’ प्रदान कर रहा है।
तेलंगाना इंटेलेक्चुअल फोरम के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राज नारायण मुदिराज ने आगे कहा कि कृष्णय्या ने पिछले 40 सालों से अनेक संघर्ष किये और लगभग 2000 जीओ लेकर आये है। आज यदि पिछड़े वर्ग के लोग पढ़ रहे हैं, तो कृष्णन्ना के संघर्ष के कारण हो पा रहा है। कृष्णय्या के नेतृत्व में लगभग 1500 गुरुकुल स्कूल स्थापित किए गये हैं। इनमें आठ लाख छात्र मुफ्त में पढ़ते हैं। देश के किसी अन्य राज्य में इस प्रकार की योजना नहीं है। यहां तक कि जिन राज्यों में पिछड़ी जाति, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोग मुख्यमंत्री हैं, वहां भी ये निःशुल्क योजनाएं मौजूद नहीं हैं। वहां से पढ़कर निकले लोग आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर और इंजीनियर बने हैं।

पिछले 50 वर्षों से तेलंगाना में पिछड़ा वर्ग और कमजोर वर्गों के विकास के लिए पीई प्रतिपूर्ति योजना की शुरूआत के कारण शिक्षा, स्वास्थ्य और नौकरियों में पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण के लिए लड़ रहे हैं और राज्य में 6,000 एससी, एसटी और बीसी छात्रावासों की स्थापना की गी है, जिसमें इंजीनियरिंग, चिकित्सा, एमबीए और फार्मेसी पाठ्यक्रम शामिल हैं। उन्होंने बताया कि दोनों राज्यों में 32 लाख छात्र मुफ्त में पढ़ रहे हैं। इतना ही नहीं कृष्णय्या ने पिछले 50 वर्षों में 12,000 से अधिक आंदोलन आयोजित करके गिनीज रिकॉर्ड बनाया है। उनका दृष्टिकोण है कि यदि एससी, एसटी और बीसी अध्ययन करेंगे, तो देश समग्र विकास हासिल कर सकता है।
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इस अवसर पर महान समाज सुधारक, शिक्षाविद् एवं राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग कल्याण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर कृष्णय्या ने कहा कि आज के छात्रों एवं युवाओं को ज्योतिराव फुले को अपना आदर्श मानकर शिक्षा के हथियार से समाज में पहचान एवं सम्मान प्राप्त करना चाहिए तथा पिछड़ा वर्ग एवं कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए। शुक्रवार को वह विद्यानगर स्थित बीसी भवन में महात्मा ज्योतिराव फुले की 198वीं जयंती के उपलक्ष्य में तेलंगाना बुद्धिजीवी मंच की राज्य शाखा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे यह बात कही। उन्होंने आगे कहा कि ज्योतिराव फुले देश के सामाजिक क्रांतिकारी आंदोलन के जनक थे।

उस्मानिया विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद अत्तर अली ने कहा कि कृष्णन्ना ने संघर्ष करके लाखों नौकरियां हासिल कीं और ग्रुप वन, ग्रुप टू, ग्रुप थ्री की नौकरियां और शिक्षक की नौकरियां कृष्णन्ना के संघर्ष का परिणाम थीं। उन्होंने पिछड़ा वर्ग के विकास के लिए हर दिन, हर घंटे संघर्ष किया। योजनाएं क्रियान्वित किया और सफलता हासिल किया है। इस दौरान पर डॉ. राज नारायण मुदिराज ने पिछले 50 वर्षों से पिछड़ा वर्ग कल्याण, विकास और शिक्षा के लिए किए गए अथक संघर्ष के लिए आर कृष्णा को ज्योतिराव फुले उत्कृष्टता पुरस्कार-2025 प्रदान किया।
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इस अवसर पर तेलंगाना बुद्धिजीवियों के साथ तेलंगाना विद्युत बीसी एसोसिएशन के महासचिव मुत्यम वेंकन्ना गौड़, जी वेणुगोपाल, अरेकाटिका कारवां एसोसिएशन के नेता बी सूर्या, के जानकीराम, प्रसिद्ध तेलुगु लेखक और शिक्षाविद् डॉ शोभारानी, राष्ट्रीय योग गुरु एस रामा रामकृष्ण शास्त्री और बीसी युवा छात्र महिला रोजगार एसोसिएशन के नेताओं ने आर कृष्णैया को शॉल और फूल मालाओं से सम्मानित किया गया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।