हैदराबाद : मुख्यमंत्री केसीआर द्वारा संविधान में बदलने को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर बुधवार को तेलंगाना दहल उठा। तेलंगाना भर में विरोध प्रदर्शन और केसीआर के पुतले को आग लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
तेलंगाना के लगभग सभी दलों, दलित समूहों और सार्वजनिक संघों ने कड़ा विरोध जताया। सीएम केसीआर के बयान की निंदा करते हुए बीजेपी, बसपा और राज्य भर के दलित नेताओं ने अंबेडकर की प्रतिमाओं का दुग्धाभिषेक किया। उन्होंने कहा कि केसीआर याद रखें कि वह अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान के बल पर ही मुख्यमंत्री बने है।
नेताओं ने मांग की कि संविधान को लेकर की गई टिप्पणी को वापस लिया जाए। केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी, भाजपा अध्यक्ष बंडी संजय, पीसीसी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी, विधायक सीतक्का, प्रोफेसर कोडंदराम, बसपा नेता आरएस प्रवीण कुमार, एमआरपीएस के संस्थापक अध्यक्ष मंदकृष्ण मदिगा और अन्य ने सीएम केसीआर की टिप्पणी की कड़ी निंदा की। उन्होंने केसीआर से अपनी टिप्पणी वापस लेने की मांग की।
हमेशा 70,000 से अधिक किताबें पढ़ने का दावा करने वाले केसीआर एक अज्ञान की तरह बोल रहे हैं। मुख्यमंत्री केसीआर ने घोषणा की थी कि वह 125 फुट की अम्बेडकर प्रतिमा स्थापित करेंगे। मगर अब तक इसकी अनदेखी की है। नेताओं ने कहा कि संविधान बदलने के लिए बात करने वाले केसीआर को ही बदलने के दिन नजदीक हैं। अम्बेडकर की लिखित संविधान को बदलकर क्या क्लवाकुंट्ला का संविधान को लागू करेंगे?