हैदराबाद : डॉ बीआर अंबेडकर ओपन युनिवर्सिटी में दूरस्थ शिक्षा के भीष्म पितामह प्रोफेसर जी राम रेड्डी की 92वीं जयंती उत्सव भव्य रूप से मनाई गई। इस कार्यक्रम में छत्रपति शाहुजी महाहाज विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर पाठक ने ‘आधुनिक ज्ञान और भावी पीढ़ी’ विषय पर व्याख्यान दिया।
इस अवसर पर प्रो पाठक ने कहा कि बदलती परिस्थितियों के अनुरूप छात्रों को प्रौद्योगिकी शिक्षा उपलब्ध कराने की जरूरत है। छात्रों को शिक्षा के दौरान प्रौद्योगिकी को जोड़कर पाठ्यक्रम के प्रमुख बिंदुओं को आसानी से समझाया जा सकता है। साथ ही सुझाव दिया कि शिक्षकों को ऐसी चीजों पर ध्यान दें।
प्रोफेसर पाठक ने कहा कि आभासी वास्तविकता (वर्च्युअल रियालिटी) की उपलब्धता के चलते विज्ञान विभाग के छात्रों को विभिन्न प्रकार के प्रयोगों से प्रभावित करने और सिखाने का अवसर मिला है। आने वाले दिनों में कंप्यूटर एप्लीकेशन, क्लाउड सीडिंग, रोबोटिक्स, साइंस और डेटा साइंस छात्रों के लिए ज्यादा करीब होगी। टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल और रिसर्च छात्रों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे
समारोह के अध्यक्षता और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के सीताराम राव ने कहा कि ग्रामीण प्रांतों के गरीब छात्रों को शिक्षित करने के लिए प्रो जी राम रेड्डी की दूरदर्शिता अनुकरणीय है। विश्वविद्यालय के निदेशक (संकाय) प्रो ई सुधारानी ने मुख्य अतिथि का परिचय दिया और कार्यक्रम की आवश्यकता की जानकारी दी।
प्रभारी कुल सचिव डॉ एवीएन रेड्डी ने भी अपने विचार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रो सीताराम राव ने डॉ वड्डानम श्रीनिवास द्वारा लिखित दो पुस्तकों का लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम को प्रो जी राम रेड्डी मेमोरिएल ट्रस्ट और विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से आयोजित किया।
इस कार्यक्रम में ट्रस्ट सचिव प्रो जी हरगोपाल, श्रीमती प्रमिला राम रेड्डी, विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो वीएस प्रसाद, कृष्णा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो वी वेंकय्या, विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रार, प्रो सी वेंकटय्या, पूर्व निदेशक संकाय प्रो एसवी राजशेखर रेड्डी, प्रो वाईएस किरणमयी, सभी विभागों के प्रमुख, डीन, यूनियनों के नेता, ट्रस्ट के सदस्य और विश्वविद्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे।