हैदराबाद: मंगलवार से संसद बजट सत्र 2023 की शुरुआत हो रही है। बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से हुई। राष्ट्रपति बजट सत्र की शुरुआत में संसद के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया।
अपने भाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज़ादी के अमृतकाल में देश पंच प्राणों की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है। गुलामी के हर निशान, हर मानसिकता से मुक्ति दिलाने के लिए भी मेरी सरकार निरंतर प्रयासरत है। जो कभी राजपथ था, वह अब कर्तव्यपथ बन चुका है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज एक तरफ देश में अयोध्या धाम का निर्माण हो रहा है, तो दूसरी तरफ आधुनिक संसद भवन भी बन रहा है। एक तरफ हमने केदारनाथ धाम, काशी विश्वनाथ धाम और महाकाल महालोक का निर्माण किया, तो वहीं हर ज़िले में हमारी सरकार मेडिकल कॉलेज भी बनवा रही है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “मेरी सरकार की प्राथमिकता में देश के 11 करोड़ छोटे किसान हैं। ये छोटे किसान, दशकों से, सरकार की प्राथमिकता से वंचित रहे थे। अब इन्हें सशक्त और समृद्ध करने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है।”
इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इकोनॉमिक सर्वे 2023 पेश करेंगी। वित्त मंत्री बुधवार को संसद में बजट पेश करेंगी। इस बजट सत्र में केंद्र सरकार करीब 36 बिल पेश करने की योजना बनाई है। इनमें से चार बजट एक्सरसाइज से जुड़े हैं। बजट सत्र में 27 बैठकें होगीं और यह 6 अप्रैल तक चलेगा। बजट सत्र का पहला भाग 14 फरवरी को पूरा हो जाएगा। इसके बाद इसका दूसरा हिस्सा 12 मार्च से 6 अप्रैल चक चलेगा।
संसद में अपने अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “जल जीवन मिशन के तहत तीन वर्षों में करीब 11 करोड़ परिवार Piped Water Supply से जुड़ चुके हैं। इसका सबसे ज्यादा लाभ गरीब परिवारों को ही हो रहा है।”
राष्ट्रपति ने आगे कहा, “जनधन-आधार-मोबाइल से फर्जी लाभार्थियों को हटाने से लेकर वन नेशन वन राशन कार्ड तक एक बहुत बड़ा स्थाई सुधार हमने किया है। बीते वर्षों में डीबीटी के रूप में डिजिटल इंडिया के रूप में एक स्थाई और पारदर्शी व्यवस्था देश ने तैयार की है।”
द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “हमारे लिए युग निर्माण का अवसर है। हमें ऐसा भारत बनाना है जो आत्मनिर्भर है और जो अपने मानवीय दायित्व को पूरा करने में समर्थ हो, जिसमें गरीबी न हो, जिसका मध्यम वर्ग भी वैभव से युक्त हो। जिसकी युवाशक्ति, नारी शक्ति समाज और राष्ट्र को दिशा देने के लिए खड़ी हो।”
अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड स्वतन्त्रता की स्वर्णिम शताब्दी का और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। ये 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं।
बजट से पहले पीएम नरेंद्र मोदी बोले
“आज बजट सत्र शुरू हो रहा है। आशा की किरण, उमंद का आगाज लेकर आ रही है। बजट सत्र से पहल यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। भारत के वर्तमान राष्ट्रपति जी आज पहली बार संयुक्त सदन को संबोधित करने जा रही हैं। राष्ट्रपति जी का भाषण भारत के संविधान का गौरव है। भारत की संसदीय प्रणाली का गौरव है। विशेष रूप से आज नारी सम्मान का भी अवसर है और दूर-सदूर जंगलों में जीवन बसर करने वाले हमारे देश में महान आदिवासी परंपरा का पालन करने वालों के सम्मान का भी अवसर है।
हमारे संसदीय कार्य में पिछले छह-सात दशक से जो परंपराएं विकसित हुई हैं तो देखा गया है कि अगर कोई भी नया सांसद जब पहली बार बोलता है तो पूरा सदन उन्हें सम्मानित करता है। आज राष्ट्रपति जी का उद्धबोधन भी पहला उद्धबोधन है। मुझे विश्वास है सभी सांसद इस कसौटी पर खरे उतरेंगे। हमारे देश की वित्त मंत्री भी महिला हैं। हमारे बजट की तरफ न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान है।
मुझे भरोसा है कि वित्तमंत्री लोगों की अपेक्षाएं पूरी करने का प्रयास करेंगी। एनडीए का एक ही लक्ष्य रहा है- इंडिया फर्स्ट, सिटीजन फर्स्ट। सबसे पहले देश, सबसे पहले देशवासी। इस बजट में तकरार भी रहेगी लेकिन तकरीर भी तो होनी चाहिए। मुझे विश्वास है कि हमारे विपक्ष के साथी तैयारी के साथ सदन में अपनी बात रखेंगे। सदन चर्चा करके अमृत निकालेंगा। (एजेंसियां)
అందరి ఆకాంక్షలు నెరవేర్చేలా నిర్మలా సీతారామన్ బడ్జెట్: నరేంద్ర మోడీ
భారత రాష్ట్రపతి ముర్ము మొదటిసారి పార్లమెంట్ లో ఉభయసభలను ఉద్దేశించి ప్రసంగించబోతున్నారని ప్రధాని నరేంద్ర మోడీ అన్నారు. “ఇది భారత రాజ్యాంగానికి ఇచ్చే గౌరవం. ఆదివాసీలకు, మహిళకు ఇచ్చే గౌరవం” అని అన్నారు.
పార్లమెంటులో నూతన సభ్యుడు ఎవరైనామాట్లాడాలనుకుంటే వారిని ప్రోత్సహిస్తుందన్నారు. దేశ ఆర్ధికమంత్రి కూడా మహిళ అని అన్నారు. ప్రస్తుత పరిస్థితుల్లో యావత్ ప్రపంచం భారత్ వైపు చూస్తుందన్నారు. అందరి ఆకాంక్షలు నెరవేర్చేలా నిర్మలా సీతారామన్ బడ్జెట్ రూపొందించారని భావిస్తున్నానని చెప్పారు.
‘ఇండియా ఫస్ట్.. సిటిజన్ ఫస్ట్’ అనే కాన్సెఫ్ట్ ను ముందుకు తీసుకువెళ్తామన్నారు. విపక్ష సభ్యులు అన్ని అంశాలపై పార్లమెంట్ లో లేవనెత్తెందుకు సిద్ధంగా ఉన్నారని చెప్పారు. అన్ని అంశాలపై సభలో చర్చ జరగాలని కోరుకుంటున్నానని అన్నారు. (ఏజెన్సీలు)