हैदराबाद: भद्रादी कोत्तोगुडेम के टीआरएस विधायक वनमा वेंकटेश्वर राव के पुत्र राघव के कारण पालवंचा परिवार आत्महत्या कर चुका मामला तेलंगाना में दहल उठ कर रहा हैं। राघव की प्रताड़ना से तंग आकर रामकृष्ण नामक व्यक्ति सुसाइड नोट लिखकर इस महीने की 3 तारीख को पत्नी और दो बच्चों के साथ आत्महत्या कर लेने की घटना से हड़कंप मच गया है। टीआरएस पार्टी के विधायक का बेटा मुख्य आरोपी होने का मामला सामने करने के चार दिन बाद भी टीआरएस आलाकमान खामोश है। इसके चलते विपक्षी दल टीआरएस पार्टी की जमकर आलोचना कर रहे है। आरोप है कि पद और धन के बल पर राघव के अपराधों को रोकने वाला कोई नहीं रहा है।
पत्नी को मेरे पास भेज वर्ना
इसी क्रम में मृतक रामकृष्ण का एक और सेल्फी वीडियो गुरुवार को सामने आया। इस सेल्फी वीडियो में रामकृष्ण ने कहा कि वह राघव के इस बात से परेशान है कि उसने मेरी पत्नी को उसके पास भेजने को कहा है। इसीलिए वह आत्महत्या कर रह रहा है। विपक्ष दल सत्तापक्ष विधायक के बेटे कालकारनामें इतना उजाकर होने के बाद भी टीआरएस के प्रतिक्रिया नहीं देने पर गंभीर टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि आरोपी को बचाने की कोशिश की जा रही है। गुरुवार को कोत्तोगुडेम और पालवंचा शहर में गुरुवार को बड़े पैमाने पर आंदोलन किया गया। विधायक के निवास के सामने धरना दिया। साथ ही विधायक के इस्तीफे की मांग की और राघव को तुरंत गिरफ्तार करके कड़ी सजा दिये जाने मांग की गई।
राघव उत्पीड़न का शिकार हुआ परिवार
आपको बता दें कि भद्रादी कोत्तागुडेम जिले के पालवंचा निवासी 45 वर्षीय रामकृष्ण सोमवार को सुबह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ एक सुसाइड लेटर लिखकर आत्महत्या कर ली। पेट्रोल और गैस के रिसाव करके आग लगाने से रामकृष्ण, उसकी पत्नी नागलक्ष्मी (40) और उनके जुड़वां बच्चों में से एक साहित्या (11) की उसी दिन मौत हो गई। एक अन्य बेटी साहिति (11) की बुधवार को इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। रामकृष्ण ने सुसाइड नोट में लिखा, “हमारी आत्महत्या का कारण मेरी मां और बहन के साथ कोत्तागुडेम विधायक वनमा वेंकटेश्वर राव का बेटा वनमा राघव है। राघव ने मेरी बहन के साथ मिलकर संपत्ति के बंटवारे में मेरे साथ अन्याय किया है। इसलिए हम आत्महत्या कर रहे हैं।” पालवंचा में ‘मी सर्विस सेंटर’ चलाने वाले रामकृष्ण ने हाल ही दूसरे को दे दिया और राजमंड्री शिफ्ट हो गया।
सुसाइड नोट और फोन जब्त
राजमंड्री में ‘गो डैडी ऑनलाइन एप’ के जरिए कारोबार करने लगा। इसके लिए लगभग 35 लाख रुपये से अधिक के कर्ज हो गया। कर्ज से छुटकारा पाने के लिए वह अपनी विरासत में मिली कुछ संपत्ति को बेचने का इरादा किया। मगर मां सूर्यावती और बड़ी बहन कोम्मिशेट्टी वीरमाधवी संपत्ति बेचने की बात नहीं मानीं। सुसाइड नोट में रामकृष्ण ने आरोप लगाया कि राघव बीच में आया और संपत्ति के बंटवारे में उसके अन्याय किया। पुलिस ने उसी दिन सुसाइड नोट के साथ रामकृष्ण की कार में मिले फोन को भी जब्त कर लिया।
भू कब्जा और सेटलमेंटों में राघव
आरोप है कि निर्वाचन क्षेत्र में राघव का व्यवहार पहले से ही विवादस्पद रहा है। निर्वाचन क्षेत्र में जमीन हड़पने, रेत तस्करी, शराब माफिया और जमीन सेटलमेंट में अनेक मामलों में शामिल हैं। यह भी आरोप है कि निर्वाचन क्षेत्र के विधायक की सिफारिश पर अधिकतर पुलिस अधिकारी और अन्य अधिकारी आये हैं। ऐसे में अधिकारी राघव के मामलों को अनदेखी करते रहते है। इतना ही नहीं कभी-कभी शिकायतकर्ताओं को डांट खानी पड़ती थी।
आदिवासी महिला की शिकायत
इतना ही नहीं यदि कोई अधिकारी या पुलिस उनकी बात नहीं सुनता है तो उनका तबादला कर दिया जाता। एक साल पहले पालवंचा निवासी एक फाइनेंसर ने सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली कि वह राघव उत्पीड़न से तंग आकर मर रहा है। इसी क्षेत्र की एक आदिवासी महिला ने पुलिस और मंत्री सत्यवती राठौर में शिकायत दर्ज कराई थी कि राघव ने उसकी जमीन हथियाने में रोकने के कारण उस पर हमला किया गया।
एसआई की पत्नी के साथ अवैध
करीब 15 साल पहले एक सुरक्षा गार्ड की नाबालिग बेटी का यौन शोषण करने का भी राघव पर आरोप लगा था। यह भी प्रचार है कि एक एसआई की पत्नी के साथ भी राघव ने अवैध संबंध बनाये थे। बेचारा एसआई उसका विरोध नहीं सका। राघव की बर्ताव से तंग आकर आखिर उसने आत्महत्या कर ली। कहा जा रहा है कि पलवंचा और कोत्तागुडेम में दो नगर आयुक्तों ने राघव के उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं कर पाये और तबादला कर लिया। स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि दस साल पहले पालवंचा संदीगुट्टा गांव निवासी एक दलित महिला के सिर के बाल कांट गये।
विधायक का बेटा है इसलिए
सुसाइड लेटर के साथ आत्महत्या से पहले रामकृष्ण द्वारा लिया गया सेल्फी वीडियो गुरुवार को सामना आया। इसमें रामकृष्ण ने वनमा राघव उत्पीड़न के बारे में खुलासा किया। रामकृष्ण के सेल फोन में यह वीडियो लीक कैसे हुआ पता नहीं चल पाया, मगर यह वीडियो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके चलते विधायक वनमा वेंकटेश्वर राव, उनके बेटे राघव और टीआरएस की रवैये की जमकर आलोचना हुई। विधायक के इस्तीफा देने और राघवन को गिरफ्तार करने की मांग की गई है। राघवन की पुलिस द्वारा गिरफ्तार नहीं किए जाने के लिए आलोचना की जा रही है। क्योंकि वह एक सत्तारूढ़ दल के विधायक का बेटा है।
विधायक वनमा वेंकटेश्वर राव ने कहा…
पता चला है कि चार दिनों से हड़कंप मच रहे इस मामले से टीआरएस पार्टी को नुकसान हो रहा है। इसके टीआरएस के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को विधायक वनमा वेंकटेश्वर राव को फोन किया और पूरे मामले की जानकारी ली। इसके बाद ही विधायक ने इस मामले के संबंध में खुला पत्र जारी किया। उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे को पुलिस को सौंपने के लिए तैयार हैं और मामले की निष्पक्ष सुनवाई के लिए सहयोग करेंगे। जब तक उनका बेटे राघव को निर्दोष होकर बाहर नहीं कर आता है, तब तक वह निर्वाचन क्षेत्र की राजनीति से दूर रहने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे। साथ ही कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे रामकृष्ण के सेल्फी वीडियो ने उन्हें काफी इमोशनल कर दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि विधायक के बातों का मतलब यह है कि विधायक को मालूम है कि उनका बेटा कहां है? सवाल कर रहे है कि पुलिस विधायक को गिरफ्तार कर क्यों नहीं पूछ रही है?
रामकृष्ण कहां है?
फिर भी यह भी संस्पेंस बना हुआ है कि रामकृष्ण परिवार के आत्महत्या मामले का सामना कर रहा आरोपी वनमा राघव कहां है? गुरुवार शाम को प्रचार चला है कि भद्रादी कोत्तागुडेम पुलिस ने राघव को हैदराबाद में हिरासत में लिया और रहस्य जगह पर पूछताछ कर रही है। मगर पुलिस ने राघव की गिरफ्तार की पुष्टी नहीं की। इस महीन की 3 तारीख को रामकृष्ण परिवार ने आत्महत्या की। उस दिन से आरोपी फरार है। सुसाइट के साथ गुरुवार को सोशल मीडिया में बाहर आया सेल्फी वीडियो में भी राघव पर मुख्य आरोप है। इसी क्रम में पुलिस ने राघव को पकड़ने के लिए विशेष पुलिस दल गठित किये। यह प्रचार जोरों पर चला है कि गुरुवार को सोमाजीगुड़ा प्रेस क्लब में मीडिया से बातचीत करने आये राघव को हिरासत में लिया गया। मगर पालवंचा के डीएसपी रोहित राजू ने कहा कि राघव को हैदराबाद में गिरफ्तार किये जाने को लेकर जो खबरे आई है वह सच नहीं है। राघव को पकड़ने के लिए स्पेशल पुलिस और टास्कफोर्स टीमें तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में तलाश कर रही है।
कोत्तागुडेम बंद सफल
वनमा राघव मामलो को लेकर कोत्तागुडेम में ज्वाला भड़क उठी। राघव के अत्याचारों के खिलाफ विपक्ष के नेतृत्व में शुक्रवार को कोत्तागुडेम निर्वाचन क्षेत्र बंद मनाया गया। बंद के आह्वान के चलते व्यापारी और अनेक संस्थाओं ने स्वेच्छा से बंद में शामिल हुए। विपक्षी दलों के नेताओं ने रैली निकाली और वनमा राघव तथा सरकार के खिलाफ नारे लगाए। बंद तनवापूर्ण मगर शांतिपूर्ण रहा है। इस दौरान अनेक लोगों को गिरफ्तार किया गया।