हैदराबाद : पूरे तेलंगाना में किसान आंदोलन तेज हुआ है। किसान धान खरीदी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन, रास्ता रोको और अनाज जलाकर विरोध प्रदर्शन किया हैं। अनेक जिलों में भारी बारिश से धान भीग गया है। धान में अंकुर भी आये हैं। सरकार के हठीले रवैये के विरोध में जगह-जगह पर नाकेबंदी की है। किसानों ने सोमवार को अनेक जगहों पर धरना और रैलियां निकाली। विपक्षी दलों के नेताओं ने नमी के नाम पर धान की खरीदी नहीं किये जाने के विरोध में सूर्यापेट और दंतालपल्ली राजमार्ग पर धरना और रस्ता रोको किया।
विपक्षी दलों के नेताओं ने सूर्यापेट जिले के कुडकुड़ केंद्र में नमी के नाम पर अंकुरित अनाज खरीदी नहीं करने और किसानों को परेशान करने का आरोप लगाया। आंदोलन में कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री रामरेड्डी दामोदर रेड्डी, भाकपा, सीपीएम और टीजेएस नेता मौजूद थे। दामोदर रेड्डी ने मांग की कि जिलाधिकारी आये और धान खरीदी पर स्पष्ट आश्वासन दें।
किसानों के आंदोलन के कारण सूर्यापेट और दंतालपल्ली मार्ग पर भारी ट्रैफिक जाम हो गया। इसी बीच डीआरडीए के पीडी किरण कुमार ने विपक्षी पार्टी नेताओं आश्वासन दिया कि धान की खरीदारी पर तुरंत फैसल लिया जाएगा। इस आंदोलन कार्यक्रम में डीसीसी अध्यक्ष चेविटी वेंकन्ना यादव, टीजेएस नेता धर्मार्जुन, सीपीएम नेता मल्लू नागार्जुन रेड्डी और अन्य मौजूद थे।
इसी क्रम में किसानों ने जनगाम कृषि मार्केट यार्ड को धान की खरीदी करने की मांग के समर्थन में ताला लगा दिया। लगभग पांच घंटे तक धरना कार्यक्रम किया। इसके चलते मार्केट के अधिकारी आये और अनाज खरीदी करने पर आश्वासन दिया। इसके बाद किसानों ने आंदोलन को वापस लिया। दूसरी ओर मेदक जिले के चिलपचेड मंडल के चिट्कुल के किसानों ने जोगीपेटा-मेडक मुख्य मार्ग पर रस्ता रोको किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी धान की ढुलाई में लापरवाही बरत रहे हैं। साथ ही भीगा हुआ अनाज सड़क पर फेंक दिया और उसे आग लगा दी। जगित्याल ग्रामीण मंडल के ताटीपल्ली गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसानों ने आंदोलन किया। आरोप लगाया कि भूसी अधिक होने के कारण मिल मालिक अनाज नहीं खरीद रहे हैं। ट्रैफिक जाम के बीच पुलिस ने किसानों को समझाया और आश्वासन देकर आंदोलन को समाप्त करवाया।