हैदराबाद: भारतीय निर्वाचन आयोग ने भारत के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। इसके चलते अब सभी विपक्षी दल राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम को लेकर विचार कर रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में तमाम तरह की अकटलें लगाई जा रही हैं। इस बीच एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार का भी नाम सामने आया है। मगर शरद पवार ने बयान देकर तमाम अटकलों को विराम दे दिया है।
उन्होंने बयान में कहा कि मैं राष्ट्रपति के रेस में नहीं हूं। मैं राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नहीं हूं। मीडिया में प्रसारित और प्रकाशित खबरों के मुताबिक शरद पवार ने सोमवार को एनसीपी कैबिनेट बैठक के दौरान ये बात कही है। शरद पवार का बयान इस वक्त आया है जब कांग्रेस ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया।
इसी क्रम में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी बीते रविवार को शरद पवार को ही बेहतर उम्मीदवार बताया। गौरतलब है कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का नाम अब तक राष्ट्रपति पद की दौड़ में कईं बार सामने आया है। मगर समय-समय पर शरद पवार ने इस बात को सिरे से नकारते आये हैं। इसके बावजूद उनके नाम की चर्चा बनी रहती है। अब राष्ट्रपति चुनाव 2022 हो रहा है। विपक्षी दल से शरद पवार का नाम सामने आ रहा है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शरद पवार का नाम सुझाया है।
खबरों के अनुसार कांग्रेस, टीएमसी, आम आदमी पार्टी व डीएमके के बाद अब शिवसेना भी शरद पवार के नाम पर राजी हो गई है। बीते गुरुवार को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शरद पवार से मुलाकात की। इसके बाद रविवार को आप नेता संजय सिंह ने शरद पवार ने फोन पर बातचीत भी की। 18 जुलाई को राष्ट्रपति का चुनाव होगा। वहीं 15 जून को टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। वहीं विपक्ष के बैठक को देखते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता सक्रिय हो गये हैं।
दूसरी ओर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव सर्वदलीय बैठक में भाग लेंगे या नहीं इस बात का खुलासा नहीं हुआ है। मगर विश्लेषकों का मानना है कि केसीआर जरूर इस बैठक में हिस्सा लेंगे और राष्ट्रपति के उम्मीदर के नाम का प्रस्ताव भी रखेंगे। (एजेंसियां)