हैदराबाद : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कोविड-19 के नवीनतम वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) मामलों में वृद्धि के मद्देनजर एक नई चेतावनी जारी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय की साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि 23 दिसंबर को दुनिया ने 9 लाख से अधिक कोविड-19 मामले दर्ज किये गये हैं। यह महामारी की एक नई लहर को बताता है।
उन्होंने कहा “183 ओमिक्रॉन मामलों का विश्लेषण किया गया। इनमें से 121 लोग विदेश यात्रा इतिहास 121 शामिल हैं। तीन वैक्सीन बूस्टर खुराक भी ले चुके हैं। 44 लोगों को बिना किसी यात्रा इतिहास के ओमिक्रॉन संक्रमित हुए हैं। संक्रमितों में कई ऐसे लोग हैं जो विदेश यात्रा कर चुके लोगों के संपर्क में रहे हैं। 87 लोगों ने वैक्सीन की दो खुराक ली है। सात लोगों ने टीका नहीं लगाया और दो लोगों ने एक वैक्सीन ली है। 16 लोगों ने वैक्सीन नहीं ली हैं। 73 लोगों को टीकाकरण की स्थिति जानने की जरूरत है।”
कोरोना वायरस और इसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर सरकार ने एक बार फिर आगाह किया है। भूषण ने बताया कि दुनिया में कोरोना का चौथी लहर को देखा जा रहा है। संक्रमण दर 6.1 फीसदी है। इसलिए सभी को सतर्क रहना होगा और ढिलाई बर्दाश्त नहीं कर सकते। इसी क्रम में आईसीएमआर ने कहा कि देश में अभी डेल्टा का असर अधिक है।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, यूरोप, उत्तरी अमेरिका और अफ्रीका में सप्ताह-दर-सप्ताह कोविड19 मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। एशिया में अभी भी सप्ताह-दर-सप्ताह मामलों में गिरावट देखी जा रही है। 23 दिसंबर को पूरे विश्व में एक दिन में 9,64,000 मामले दर्ज किए गए हैं। यूरोप, अफ्रीका और उत्तरी अमेरिका में लगातार कोविड 19 मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
राजेश ने कहा कि एशिया में कोविड मामले अभी भी लगातार घट रहे हैं। भारत में पिछले दो सप्ताह से हर दिन नए मामले लगभग 7000 हैं। भारत में भी कोविड मामले लगातार घट रहे हैं। विश्व में संक्रमण दर 6 फीसदी से ज्यादा है। जबकि भारत में 5.3 फीसदी है। गत दो सप्ताह में भारत में यह 0.6 फीसदी है। देश में 20 जिले ऐसे हैं जहां संक्रमण दर 5-10 फीसदी है। जबकि दो जिले ऐसे हैं जहां संक्रमण दर 10 फीसदी से ज्यादा है। ये दो जिले मिजोरम में हैं। इस समय सबसे अधिक सक्रिय मामलों वाले शीर्ष पांच राज्य केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक हैं।
उन्होंने कहा कि देश के 17 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में 358 ओमिक्रॉन के मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से 114 लोग ठीक हो गये हैं। 183 ओमिक्रॉन मामलों का विश्लेषण किया गया है जिसमें से 121 ने विदेश की यात्रा की थी। 44 विदेश नहीं गए थे। लेकिन ज्यादातर के कॉन्टैक्ट ने विदेश यात्रा की थी। 183 में से 87 लोगों ने कोविड की दोनों डोज ली थी। डब्ल्यूएचओ ने 7 दिसंबर को कहा कि डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रॉन अधिक संक्रामक है। 5-3 दिनों के भीतर इसके मामले दोगुने हो जाते हैं, इसलिए हमें सतर्क रहना होगा। जो उपचार कोविड-19 और डेल्टा के लिए अपनाए जाते हैं, वही ओमिक्रॉन पर भी लागू होंगे।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 21 दिसंबर को राज्यों को पहले से ही सलाह दी थी कि वे रात में कर्फ्यू, बड़े समारोहों को नियंत्रित करने जैसे प्रतिबंध लागू करें। बिस्तर क्षमता और अन्य लॉजिस्टिक्स में वृद्धि और कोविड उपयुक्त व्यवहार का सख्ती से पालन किया जाए। 89 फीसदी वयस्क आबादी को पहली खुराक मिली है और 61 फीसदी योग्य आबादी को कोविड 19 टीके की दूसरी खुराक मिली है।
उन्होंने कहा कि अतिरिक्त खुराक की आवश्यकता और समय और टीकाकरण की आयु कम करने के बारे में निर्णय लेने पर विज्ञान और वैज्ञानिक साक्ष्य के साथ शासित होंगे। उन्होंने कहा कि आज हमारे पास 18,10,083 आइसोलेशन बेड, 4,94,314 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, 1,39,300 आसीयू बेड, 24,057 पीडियाट्रिक आसीयू बेड और 64,796 पीडियाट्रिक नॉन-आईसीयू बेड राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्ध हैं।
आईसीएमआर के डीजी डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि हाल ही में पहचाने गए वायरसों सहित भारत में अभी डेल्टा का असर ही अधिक है। इस बात को ध्यान में रखते हुए हमें कोविड उपयुक्त व्यवहार और टीकाकरण को बढ़ाने की रणनीति जारी रखने की आवश्यकता है। केंद्र ने यह भी कहा कि रेमडेसिविर दवा का प्रयोग केवल मध्यम से गंभीर कोविड-19 वाले रोगियों के लिए किया जाना चाहिए। (एजेंसियां)
