हैदराबाद : तेलंगाना भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बंडी संजय की गिरफ्तारी का मामला जोर पकड़ा है। कल दिन भर तेलंगाना में इसी मामले को लेकर चर्चा रही हैl गौरतलब है कि हाल ही में संजय ने 317 जीओं के खिलाफ करीमनगर में जागरण दीक्षा करने का फैसला किया था। इसके सभी इंतजाम भी किये। मगर पुलिस ने कोविड नियमों का उल्लंघन बताये हुए उन्हें गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया।
इसके बाद बंडी संजय ने इस मामले की लोकसभा अध्यक्ष के पास शिकायत की। पार्टी नेताओं ने राष्ट्रीय बीसी कमीशन से शिकायत की। इसके चलते बीसी कमीशन ने गुरुवार को मामले की जांच आरंभ कर दी। बीसी कमीशन के सदस्य तल्लोजी आचारी ने संजय की गिरफ्तारी और उसके बाद उत्पन्न हालात पर पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की। गुरुवार को बीसी कमीशन के सामने करीमनगर पुलिस कमीशनर सत्यनारायण और दो अन्य डीसीपी हाजिर हुए।
पता चला है कि अधिकारियों ने कमीशन को बताया कि 327 जीओ के अनुसार बंडी संजय ने कोविड नियमों का उल्लंघन किया। इसीलिए बीजेपी के अध्यक्ष को गिरफ्तार किया। इस दौरान आचारी पुलिस अधिकारियों से कहा कि हमारा मानते है कि संजय को जानबूझकर गिरफ्तार किया है। साथ ही दीक्षा करने वाले संजय के मकान का डोर काट जाने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उस दिन घटित घटना की रिपोर्ट में तेलंगाना गृहमंत्रालय के सचिव और मुख्य सचिव के पास भेज दिया जाएगा और अधिकारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की शिफारिश भी करेंगे।
आचारी ने यह भी कहा कि करीमनगर सीपी के खिलाफ बीसी कमीशन कार्रवाई करेगी। साथ ही उस दिन बीजेपी के अन्य नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने का सुझाव दिया। आदेश दिया कि इसी तरह 2 जनवरी के बाद भी अनेक कार्यक्रम हुए है। उन सभी के खिलाफ मामले दर्ज किये जाये। उन्होंने स्पष्ट किया कि एक सांसद के अधिकारों का हनन करने का अधिकार पुलिस को नहीं है। इस मामले की अगली सुनवाई 15 दिन बाद होगी।