हैदराबाद: मुलुगु के वकील मूलगुंडला मल्लारेड्डी की निर्मम हत्या मामले पर पर्दा उठ रहा है। पता चला है कि मल्लारेड्डी की हत्या करने के लिए एक गिरोह ने 10 लाख रुपये से ज्यादा सुपारी दी गई है। लेकिन उस गिरोह को सुपारी किसने दी? मल्लारेड्डी को मारने की जरूरत किसे है? अगर वकिल को मार दिया गया तो क्या और किसे फायदा? क्या इस हत्या का कारण खनन विवाद या भूमि विवाद है? हत्या की योजना किसने बनाई? घटना में कौन-कौन शामिल थे? इस समय वकील मुलगुंडला मल्लारेड्डी की हत्या की घटना को लेकर सर्वत्र चर्चा चल रही है। जिसकी सोमवार रात मुलुगु जिले के पंदिकुंटा के पास हत्या कर दी गई थी। बताया जाता है कि पुलिस ने मल्लमपल्ली के पूर्व सरपंच रवि समेत 10 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की और बाद में उन्हें छोड़ दिया। अब मुख्य आरोपियों के बारे में पुलिस पूछताछ की जा रही है।
मुलुगु जिले में चर्चा है कि मल्लारेड्डी को मारने की साजिश हैदराबाद के एक होटल में रची गई थी। कहा जा रहा है कि हत्यारों को 10 लाख रुपये से ज्यादा सुपारी दी गई थी। हत्यारे भी हैदराबाद के बताये जा रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि हत्यारों ने हत्या के समय नकाब पहना था और तेलुगु में बातें कर रहे थे। हत्या में इस्तेमाल किये गये चाकू और घातक हथियारों पर नजर डालें तो पता चलता है कि यह हैदराबाद से लाये गये थे या फिर ऑनलाइन से मंगवाये गये थे।
मल्लारेड्डी की पत्नी भाग्यलक्ष्मी ने मंगलवार को मीडिया को बिना नाम लिये बताया कि हत्या के पीछे दो लोगों का हाथ है। इसी पृष्ठभूमि में पुलिस का मानना है कि मल्लमपल्ली लाल मिट्टी खदान और अनेक भूमि विवाद में होने के कारण मल्लारेड्डी को हटाने के लिए हत्या की साजिश रची गई। बताया जाता है कि हत्या की साजिश हैदराबाद में रची गई थी। साथ ही मुलुगु और हनुमाकोंडा में तीन दिन तक रेकी किया गया था।
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आखिर पंदिकुंटा के पास साजिश को लागू किया गया। हत्या के पीछे वो दोनों कौन इसकी पहचान की जांच कर रही है। पुलिस बुधवार को इस रहस्य से पर्दा उठा सकती है। मुलुगु मंडल के उम्मायनगर केएनआर कॉलेज पास लाल मिट्टी की खदानों के मालिकों से मंगलवार को अलग-अलग पूछताछ की गई। साथ ही मल्लारेड्डी की पत्नी भाग्यलक्ष्मी और बेटी अनुषा की 113 एकड़ जमीन के मामले की भी जांच की जा रही है। इस बीच, पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने पुष्टि की कि मल्लारेड्डी के गले पर 10 और पेट में तीन जगहों पर चाकू से हमला किया गया।
मल्लारेड्डी की हत्या पर जहां मंगलवार रात तक कोई स्पष्टता नहीं आई। वहीं अलग-अलग कथन सुनने को मिलीं। उनके परिवार के सदस्यों का कहना है कि वे लाल मिट्टी की खदानों और भूमि विवादों को सुलझाने के लिए सोमवार को मुलुगु राजस्व और पुलिस अधिकारियों से भी मिले थे। कहा जाता है कि हत्या से चार दिन पहले मल्लारेड्डी की दोनों के साथ तीखी बहस हुई थी। ऐसा कहा जाता है कि मल्लारेड्डी को चेतावनी दी गई थी। तहसीलदार के कार्यालय के पास एक व्यक्ति के साथ मल्लारेड्डी का झगड़ा काफी गंभीर था। उसने मल्लारेड्डी को खत्म करने की चेतावनी दी थी।