हैदराबाद: पैगंबर मोहम्मद पर की गई विधायक टी राजा सिहं की टिप्पणी को लेकर हैदराबाद शहर में बवाल मच गया है। राजा सिहं ने कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी का विरोध करते हुए एक वीडियो जारी किया। बाद में वीडियो को हटा दिया गया। मगर शहर सोमवार रात से ही हैदाराबाद के पूराने शहर के अनेक थानों के सामने हजारों की संख्या में मुस्लिमों ने नारेबाजी की और भाजपा विधायक को गिरफ्तार करने की मांग की थी। पुलिस ने इस पर कार्रवाई करते हुए टी राजा सिंह को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है।
इसी क्रम में इस मुद्दे को लेकर सांसद असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने इस मुद्दे पर भाजपा आलाकमान पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह बयान जानबूझकर दिया गया है और भाजपा की लीडरशिप की सहमति से ऐसा हुआ है।
सांसद ओवैसी ने कहा, “भाजपा के विधायक ऐसी ही भाषा बोलते हैं। भाजपा देश के सामाजिक ताने-बाने को तोड़ देना चाहती है। मुस्लिम समुदाय को भी गलत नारे नहीं लगाने चाहिए। सिर तन से जुदा का नारा लगाना गलत है। ऐसा बयान जानबूझकर दिया गया है। भाजपा मुसलमानों से नफरत करती है और यह जो बयान है, वह नूपुर शर्मा की टिप्पणी का ही विस्तार है।”
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उन्होंने आगे कहा कि भाजपा हैदाराबाद में निवेश को बंद कराना चाहती है। इसीलिए विधायक से इस तरह का बयान दिलाया गया है। मुस्लिमों की ओर से सिर तन से जुदा के नारे पर भी बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि कानून को आप अपने हाथ में नहीं ले सकते।
ओवैसी ने कहा कि ऐसा करना गलत है और कानूनी एजेंसियों को ही सारे फैसले लेने चाहिए। इस मामले पर भी कानून के दायरे में रहकर ही ऐक्शन होना चाहिए। यही नहीं उन्होंने टी राजा सिंह को गिरफ्तार किए जाने पर तेलंगाना की सरकार की सराहना की। ओवैसी ने कहा कि सरकार की ओर से सही फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि टी राजा सिंह ने गिरफ्तारी से पहले इस मुद्दे पर सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि मुनव्वर फारूकी ने मेरे भगवान राम और माता सीता का अपमान किया। मैंने उसे जवाब देते हुए टिप्पणी की और किसी का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि यह ध्यान रखना चाहिए कि ऐक्शन का रिएक्शन होता है।
दूसरी ओर विधायक राजा सिंह की टिप्पणी के विरोध में हैदराबाद के पूराने शहर में दुकानें बंद हैं। नामपल्ली में लगभग सभी दुकानें बंद हैं। व्यापारी विधायक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। व्यापारियों ने कहा कि संबंधित अधिकारियों को विधायक के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और साबित करना चाहिए कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।