हैदराबाद: तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) यानी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) में बड़ा दरार सामने आया है। बुधवार को जो तस्वीरें सामने आई हैं उससे दरार के स्पष्ट संकेत मिले हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने दशहरा के दिन के दिन टीआरएस को बीआरएस बदल में दिया। प्रस्ताव को राष्ट्रीय चुनाव आयोग के पास भेज दिया।
क्षेत्रीय पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी के लिए भव्य कार्यक्रम आयोजित किया। हैदराबाद शहर में एक त्यौहार सा माहोल था। अन्य राज्यों के नेता इस नेशनल पार्टी के लॉन्च के दौरान उपस्थित थे। इतने बड़े कार्यक्रम में सीएम केसीआर की बेटी और एमएलसी के कवित कहीं पर भी नजर नहीं आई। कविता की अनुपस्थिति पर कई सवाल खड़े हो गये हैं।
एमएलसी के कविता इतने बड़े इवेंट में गायब रही है। इतना ही नहीं, उनका नाम मुनुगोड़े उपचुनाव के प्रभारी की सूची में भी नहीं है। तेलंगाना भवन में कार्यक्रम में कोने-कोने से टीआरएस नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भाग लिया। अनेक नेता कविता के अनुपस्तिथि को लेकर चर्चा करते पाये गये। वहीं कविता की अनुपस्थिति पर टीआरएस के एक नेता ने कहा कि दशहरा पूजा कार्यक्रम में व्यवस्त थी। इसलिए इस पार्टी लॉन्च कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया।
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इसी क्रम में आईटी और उद्योग मंत्री और मुख्यमंत्री केसीआर के बेटे केटीआर का भी नाम 3 नवंबर को होने वाले मोनुगोडु उपचुनाव के पार्टी प्रभारी में है। साथ ही सबिता इंदिरा रेड्डी, सत्यवती राठौड़, पद्मा जैसे मंत्रियों, विधायकों और सांसदों सहित कई महिला नेताओं का नाम है। मगर कविता का नाम इस सूची में शामिल नहीं है। केटीआर बीआरएस लॉन्च में मौजूद थे। आपको बता दें कि दिल्ली शराब कांड में के कविता का नाम सामने आया था।
कविता ने भी ट्वीट कर कहा कि दशहरा के शुभ अवसर पर हमने घर में आयुध पूजा की है। इसीलिए पार्टी लॉन्च के मेगा इवेंट्स भाग नहीं ले पाई है।