आज का विचार
यदि आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूरज की तरह जलना सीखें। – डॉ एपीजे अब्दुल कलाम
हैदराबाद : तेलंगाना में विधायक सीतक्का के बारे में कौन नहीं जानता। कोरोना के कठिन समय में सीतक्का की बहादुरी की सभी ने सराहना की। घने जंगल में पैदल यात्रा की और आदिवासियों को मूलभूत आवश्यकताएँ प्रदान कीं। जहां भी समस्याएं हैं, वहां एक संकटमोचक की तरह खड़ी होती है। ऐसे अनेक सेवा कार्य में सक्रिय रहती है। पार्टियों से परे होकर लोगों के दिलों में अपने लिए एक खास जगह बनाई है।
ऐसी लोगों की प्रिय नेता सीतक्का पहले 11 साल तक नक्सलाइट रही। इसके बाद जीवन की धारा में आई। वकील बनी। उसके बाद राजनीति में प्रवेश किया और कांग्रेस के टिकट पर मुलुगु से विधायक के रूप में जीत हासिल की। वह वर्तमान में तेलंगाना महिला कांग्रेस के महासचिव और छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस के प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं। इसके अलावा सीताक्का ने एक और उपलब्धि हासिल की।
सीताक्का ने विधायक के रूप में लोगों की सेवा करते हुए अपनी उच्च शिक्षा जारी रखी। साथ ही उन्होंने आदिवासियों के पिछड़ेपन पर उस्मानिया विश्वविद्यालय से पीएचडी पूरी की। उन्होंने मंगलवार को उस्मानिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के हाथों पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। सीतक्का ने इस बारे में ट्विटर पर पोस्ट किया।
सीताक्का ने सोशल मीडिया पर किये गये पोस्ट में कहा, “जब मैं बच्ची थी तब मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं नक्सलाइट बनूंगी। जब मैं नक्सलाइट में थी तब मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं वकील बनूंगी। जब मैं वकील थी तब मैंने कभी सोचा था कि विधायक बनूंगी। जब मैं विधायक थी तब मैंने कभी नहीं सोचा था कि पीएचडी करूंगी। अब आप मुझे डॉ अनुसूया सीताक्का पीएचडी कह सकते हैं।
मेरी आदत लोगों की सेवा करने और ज्ञान हासिल करने की है। मैं इसे अपनी आखिरी सांस तक करूंगी। कभी रुकूंगी नहीं। मेरे पीएचडी गाइड प्रो टी तिरुपति राव सर, पूर्व वीसी उस्मानिया विश्वविद्यालय, मणिपुर विश्वविद्यालय के वर्तमान चांसलर, एचओडी प्रो मुसलय्या सर, प्रो अशोक नायुडू सर, बीओएस प्रो. चंद्रू नाइक सर और राजनीति विज्ञान में मेरे पीएचडी विषय पूरा करने के लिए मेरे साथ खड़े रहे उन सभी को धन्यवाद।”
सीतक्का की पीएचडी के बारे में जानने वाले कई लोग उनको बधाई दे रहे हैं। सीतक्का भी उनके ट्वीट को रीट्वीट कर बधाई के साथ कमेंट कर रही हैं।