हैदराबाद: काकतीय वैभव सप्ताह महोत्सव के अंतर्गत मंत्री केटी रामाराव ने गुरुवार को वरंगल में एक फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह फोटो प्रदर्शनी काकतीयों के इतिहास को बताता है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सात शताब्दियों का इतिहास रखने वाले काकतीयों की महानता को जानने का यह एक अच्छा कार्यक्रम है।
मंत्री केटीआर ने बताया कि मुख्य सचेतक दस्यम विनय भास्कर ने इस कार्यक्रम के बारे में बताते ही सीएम केसीआर से भव्य रूप मनाने का आदेश दिए हैं। मंत्री श्रीनिवास गौड़ के नेतृत्व में गहन विचार-विमर्श के बाद सभी व्यवस्थाएं की गईं।
मंत्री केटीआर ने कहा कि काकतीय वैभव सप्ताह एक सप्ताह तक मनाया जाएगा। इस पीढ़ी को काकतीयों की वैभव को अवगत कराया गया है। काकतीय साम्राज्य और उनकी महानता चंद मिनटों के लिए पर्याप्त नहीं है। फोटो प्रदर्शनी देखकर बहुत अच्छा लगा है। साथ ही कुछ दर्द और शर्म भी महसूस हुई है।
उन्होंने कहा कि विदेशों में इतिहास से जुड़ी कोई छोटी-छोटी चीज या वस्तु मिलती है तो उसे सुरक्षित रखकर आने वाली पीढ़ी को सौंपा जाता है। हम भी आगे से इसी प्रकार काकतीयों के इतिहास को भावी पीढ़ी के सामने पेश करेंगे।
मंत्री ने कहा कि काकतीयों ने सभी धर्मों और संस्कृतियों के प्रति समान रूप में शासन किया है। सभी धर्मों के निर्माणों को अद्भुत ढंग से डिजाइन किया गया है। काकतीय झीलों की श्रंखला भी हमारे मिशन काकतीय की प्रेरणा है। तेलंगाना हासिल करने के बाद मुलुगु स्थित रामप्पा को विश्व विरासत संपत्ति के रूप में मान्यता दी गई है।
उन्होंने कहा कि वह इस फोटो प्रदर्शनी में आकर कई नई चीजें सीखीं है। काकतीयों के इतिहास पर शोध करने वाले अरविंद आर्य की विशेष रूप से सराहना की गई। इस अवसर पर मंत्री केटीआर ने काकतीय वैभव सप्ताह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने आये काकतीयों के वंशज कमल चंद्र भंज देव का आभार व्यक्त किया।
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काकतीय वशंज कमल चंद्र भंज देव ने कहा कि अरविन्द टॉर्च संस्था के जरिए काकतीय का इतिहास प्रकाश में लेकर आये है। काकतीय का इतिहास दुनिया को बताया जाएगा। चंद्रभंज देव ने कहा कि हमने बस्तर में मंदिरों का निर्माण किया है। उन्होंने बताया कि देवी भद्रकाली के दर्शन किये हैं।
मंत्री श्रीनिवास गौड़ ने कहा कि काकतीय उत्सव का आयोजन भव्य तरीके से किया जा रहा है। मंत्री तलसानी ने कहा कि तालाबों को विकसित करने का श्रेय काकतीयों को जाता है। तलसानी ने प्रशंसा करते हुए कहा कि जहां काकतीय हैं, वहां मंदिर और तालाब होते हैं।