हैदराबाद: विशाखापट्टणम एजेंसी में हुए मुठभेड़ के कारण पेद्दापल्ली जिले में मातम छा गया है। मुठभेड़़ में ओदेला के गुंपुला गांव निवासी और माओवादी नेता संदे गंगय्या की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार, इस घटना में कुल छह माओवादी मारे गए। इनमें माओवादी दल के डीसीएम की भूमिका निभा रहे अशोक उर्फ संदे गंगय्या भी शामिल है। गंगय्या को मां और चार भाई हैं। गंगय्या के भाई राजय्या की साल 1996 में हुए एक मुठभेड़ में मौत हो गई थी।
गंगय्या साल 1999 में नक्सली आंदोलन में शामिल हो गया था और माओवादी डीसीएम के कमांडर बन गया। वह ओदेला मंडल में सातवीं तक पढ़ाई की थी। उसकी मां अमृतम्मा को जब उसके मुठभेड़ में मारे जाने का पता चला तो वह रो-रो कर जमीन पर गिर गई।
इस दौरान उसके एक भाई ने कहा अब तक दो-तीन बार मुठभेड़ के बारे में सुनने में आया था। मगर उस समय हमने विश्वास नहीं किया था। अब पुलिस ने सूचना दी है कि गंगय्या की मुठभेड़ में मौत हो गई। इसीलिए हम विश्वास कर रहे है कि हमारा भाई गंगय्या शहीद हो गया है। उसके शव को ले आने विशाखापट्टणम जा रहा है।
मृतक माओवादी की पहचान
दूसरी ओर पुलिस ने तीगलमेट्टा वन क्षेत्र में मुठभेड़ में मारे गये शवों की पहचान की है। इनमें तीन महिला माओवादी भी हैं। पुलिस ने बताया कि मरने वालों में डिप्टी कमांडर संदे गंगय्या भी शामिल हैं। अन्य माओवादी डीसीएम राणा देव, पायके और ललित के रूप में पहचान की गई है। एक अन्य महिला माओवादी की पहचान की जानी बाकी है।