हैदराबाद: रविवार की सुबह करीमनगर शहर में कार दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। घटना उस वक्त हुई जब करीमनगर के कमान इलाके में तेज रफ्तार कार सड़क किनारे झोपड़ी के पास काम कर रहे लोगों से जा टकराई। मृतकों की पहचान फरीद, ललिता, ज्योति और सुनीता के रूप में हुई है। जो सड़क के किनारे काम करके अपना जीवन यापन करते हैं। हालांकि मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू करने वाली पुलिस को चौंकाने वाली बातों का पता चला है।
पुलिस ने कार की पहचान राजेंद्र प्रसाद के रूप में की है और दुर्घटना के समय उसका 16 वर्षीय बेटा कार चला रहा था। उस समय कार में तीन और नाबालिग सवार थे। पता चला है कि यह सभी अंबेडकर स्टेडियम में खेल का अभ्यास करने के लिए जा रहे थे। सुबह 6.45 बजे कार चला रहे लड़के ने कमान सेंटर को पार करते समय ब्रेक की बजाय एक्सीलेटर पर पैर रख दिया। इसके चलते कार अनियंत्रित होकर एक झोपड़ी में चली गई।
करीमनगर पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कार चला रहे नाबालिक बेटे के साथ गाड़ी देने वाले पिता राजेंद्र प्रसाद को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दो अन्य नाबालिग फरार बताए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि दुर्घटना का कारण बने कार (TS02EY2121) पर 9 चालान हैं। उनमें से 8 ओवरस्पीड से संबंधित हैं।
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हालांकि तेलंगाना पुलिस लंबे समय से इस बात से अवगत करा रही है कि नाबालिगों को वाहन न दें। लेकिन कई माता-पिता लापरवाही से काम कर रहे हैं। इस तरह की घटनाओं में जान गंवाने वालों के परिवारों के साथ बहुत बुरा हो रहा है। इस सिलसिले में पुलिस वाहन चला रहे नाबालिगों पर पैनी नजर रखे हुए है। पुलिस चेतावनी दे रही है कि वाहन चलाते समय बच्चे पकड़े जाने पर माता-पिता को जेल भेजा जाएगा। मगर कुछ भी बदलाव नहीं आ रहा है। इसी क्रम में करीमनगर में एक पिता की गलती ने चार लोगों की जान ले ली और एक परिवार जेल जाना पड़ा है।