हैदराबाद: निर्मल जिले के कडेम बायीं नहर को दस्तूराबाद के पास दरार पड़ी है। इससे सैकड़ों एकड़ फसल पानी में डूब गई। कडेम परियोजना को तीन जगहों पर दरार पड़ा है। मैसम्मा मंदिर, बायीं नहर और पॉवर हाउस पास दरार पड़ी है। इसके के कारण भारी फसल क्षति हुई है। इसके चलते नवाबपेट, अंबारीपेट, देवुनिगुडेम, दस्तूराबाद, पेरकपल्ली, मुन्याल, रेवोजीपेट, मल्लापुर, कलमडुगु, मुरीमडुगु और जन्नारम गांव प्रभावित हुए हैं। इस संबंध में प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है।
सरकार की लापरवाही से कडेम परियोजना खतरे में
इसी बीच सिंचाई विशेषज्ञ डोंती लक्ष्मीनारायण का कहना है कि सरकार की लापरवाही से कडेम परियोजना खतरे में है। उन्होंने कहा कि कदम परियोजना के 18 गेटों में से 17 गेट ही काम कर रहे हैं। वह गेट भी काम करता तो बाढ़ का प्रकोप कुछ कम होता। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कडेम परियोजना ओवरफ्लो हुई तो मंचीयरयाला शहर डूब जाएगा। सिंचाई विभाग में यांत्रिक विभाग से हटा दिया गया है। प्रणालीगत त्रुटि के कारण इस तरह के घटनाक्रम हो रहे हैं।
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एक बार फिर खतरनाक स्तर पर
कडेम परियोजना एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। परियोजना पूरी तरह से भर गया है। ओवरफ्लो जारी है। बाढ़ का पानी तटबंध को छू रहा है। इस परियोजना को इनफ्लो 5 लाख क्यूसेक है और 3 लाख क्यूसेक आउटफ्लो है। सिंचाई अधिकारियों ने खुलासा किया कि कडेम परियोजना के टूट जाने का जो वीडियो वायरल हो रहा है वह सत्य नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इंजीनियरों की ओर से इस बात की कोई सूचना नहीं है कि बांध टूट गया है। जलग्रहण क्षेत्र में 30 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है।