हैदराबाद: तेलंगाना के भद्राचलम के पास गोदावरी नदी ने उग्र रूप धारण किया है। ऊपरी हिस्सों में हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ उग्र होकर बह रहा है। गोदावरी नदी बुधवार रात 54.30 फीट पर बह रही थी। इसी क्रम में दूसरी बार तीसरी खतरे की चेतावनी जारी की गई। अधिकारियों ने कहा कि बुधवार रात तक प्रवाह 63 फीट से बढ़कर 66 फीट हो जाएगा। इस चलते जिलाधीश ने अधिकारियों को सतर्क कर दिया।
66 फीट पार केवल तीन बार
लेकिन अतीत में भद्राचलम के पास गोदावरी नदी में 60 फीट से अधिक बार बहने के उदाहरण है। गोदावरी नदी 66 फीट से अधिक प्रवाह केवल तीन बार और 60 फीट से ऊपर सात बार बहा है।
पहली बार
22 जून 1976 को पहली बार 63.9 फीट ऊंचाई पर गोदावरी नदी बहने का रिकॉर्ड है। 14 अगस्त 1983 को गोदावरी 63.5 फीट की ऊंचाई तक बहा है। ये दोनों रिकॉर्ड 1986 में टूट गया। उस साल यानी 16 अगस्त को गोदावरी 75.6 फीट ऊंचाई तक बहकर इतिहास रचा है। 24 अगस्त 1990 70.8 फीट, 6 अगस्त 2006 को 66.9 फीट, 3 अगस्त 2013 को 61.6 फीट और 17 अगस्त 2020 को 61.6 फीट गोदावरी नदी का बहाव रहा है।
अब तक तीसरी खतरे की चेतावनी 18 बार
1976 से अब तक 18 बार तीसरी खतरे की चेतावनी जारी की जा चुकी है। आधिकारियों ने बताया कि इस महीने की 14 तारीख (गुरुवार) को आठवीं बार गोदावरी का प्रवाह 60 फीट पार करने की संभावना है। ऐसा पहली बार हुआ है कि जुलाई महीने में दो बार तीसरी बार खतरे की चेतावनी जारी की गई है।
— Telangana Weatherman (@balaji25_t) July 13, 2022