हैदराबाद: जुबली हिल्स गैंग-रेप मामले में गवाह पीछे हट रहे हैं। वीवीआईपी के बच्चे आरोपी होने और गैंग-रेप को लेकर विपक्षी दलों के आंदोलन के चलते पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है। नाबालिगों को भी कड़ी सजा दिलाने के लिए सबूत जुटा रही है। हालांकि पुलिस ने बताया कि जो लोग इस मामले से अवगत है और उस समय पब और बेकरी के पास मौजूद थे, गवाही देने से हिचक रहे हैं।
रिमार्ड रिपोर्ट
पुलिस ने यह भी बताया कि अब तक 12 गवाहों से पूछताछ की गई है। उनके नाम और जानकारी कोर्ट को दिये हैं। इनमें नाबालिग के माता-पिता, पीड़िता का भाई, पीड़िता को पब में लेकर गया व्यक्ति, पब के दो संचालक, पब का मालिक, एक सुरक्षाकर्मी, बेकरी में काम करने वाले दो लोग शामिल हैं। मगर मामले को मजबूत करने के लिए पब के अंदर सीसीटीवी फुटेज में दिखाई देने वाले और आरोपियों के करीब रहने वालों को गवाह के रूप में शामिल करने के प्रयास में पुलिस को सफलता नहीं मिली है।
विकल्पों पर ध्यान केंद्रित
पुलिस ने बताया कि एक लड़की ने साफ कह दिया, “अगर मैं गवाह देती हूं तो मेरे पब जाने के बारे में हर कोई जान जाएगा।” इसके अलावा उस दिन पब में मौजूद अन्य लोगों ने कहा, “हां यह सच है कि उस दिन और उस समय हम वहां मौजूद थे, लेकिन अदालत में आकर गवाही नहीं दे सकते हैं।” इसके साथ ही पुलिस ने विकल्पों पर ध्यान केंद्रित किया है। खासकर सीसीटीवी फुटेज तकनीकी सबूत हैं। एक अधिकारी ने कहा कि फोरेंसिक रिपोर्ट ही अब सबसे अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।
संबंधित खबर:
फोरेंसिक रिपोर्ट
अधिकारी ने यह भी कहा, “सीसीटीवी फुटेज और सेल टावर लोकेशन के आधार पर सभी आरोपी पब से बेकरी और वहां से पेद्दम्मागुडी के पीछे वाले इलाके में जाने का खुलासा किया है। पीड़िता के साथ दुष्कर्म किये जाने वाली इनोवा कार में आरोपी और पीड़िता के सिर के बाल मिले हैं। रेप के बाद आरोपियों ने टिश्यू पेपर से दागों को मिटा दिया है। कार में वीर्य के सबूत भी मिले हैं। उंगलियों के निशान एकत्र किये गये। इन सबको फोरेंसिक लैब भेजा गया। फोरेंसिक रिपोर्ट ही आरोपियों के खिलाफ पक्के सबूत/आधार है।
पहचान परेड
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इसके अलावा आरोपियों की पहचान परेड भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “पहचान परेड यानी आरोपियों के साथ दस अन्य लोग भी मौजूद रहेंगे। पीड़ित को उनमें से आरोपियों की पहचान करना होगा। यह एक बड़ी और जटिल प्रक्रिया है।
जमानत के लिए याचिका दायर
दूसरी ओर मामले के मुख्य आरोपी सादुद्दीन मलिक समेत पांच नाबालिगों की ओर से जमानत के प्रयास शुरू कर दिये हैं। इसके लिए सादुद्दीन ने ट्राइल कोर्ट में और नाबालिगों की ओर से जुवेनाइल कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई हैं। हालांकि, पुलिस ने आरोपियों को जमानत नहीं देने के लिए जवाबी याचिका दायर करने के लिए कानूनी विशेषज्ञों की सलाह ले रही हैं। उन्होंने कहा कि चार्जशीट पर भी कानूनी सलाह ली जा रही है।
पुलिस के हाथ में लैंगिक क्षमता रिपोर्ट
इसी क्रम में मामले के मुख्य आरोपी सादुद्दीन समेत पांच नाबालिगों के पोटेंसी टेस्ट की रिपोर्ट पुलिस के हाथ लगी है।
उस्मानिया फोरेंसिक डॉक्टरों ने पुष्टि की कि वो लैंगिक सामर्थ में सक्षम है। लैंगिक क्षमता रिपोर्ट को चार्जशीट में जोड़ दिया जाएगा