हैदराबाद : कोरोना प्रकोप के कारण दो साल से घर से काम कर रहे आईटी कर्मचारी कुछ और दिनों में कार्यालय आएंगे। आईटी कंपनियों के प्रबंधन अपने 1 अप्रैल से कर्मचारियों को कार्यालयों में काम करने के लिए तैयार रहने के संदेश भेज रहे हैं।
तेलंगाना में 1,500 से अधिक आईटी कंपनियां हैं और करीब 6.28 लाख कर्मचारी इन कंपनियों में काम कर रहे हैं। इनमें से 90 फीसदी कर्मचारी इस समय घरों से काम कर रहे हैं। परिणामस्वरूप आईटी क्षेत्र पर निर्भर रहने वाले अन्य क्षेत्रों के रोजगार पर बुरा प्रभाव पड़ा है। राज्य सरकार को उम्मीद है कि कार्यालयों में कामकाज फिर से शुरू होने से संबंधित वर्गों का रोजगार सुनिश्चित हो जाएगा।
हाल ही में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डीएच श्रीनिवास राव ने कहा कि तेलंगाना में कोरोना की तीसरी लहर खत्म हो गई है और सुझाव दिया कि आईटी कंपनियां वर्क फ्रॉम होम हटा सकते हैं। इसी पृष्ठभूमि में आईटी कंपनियां सतर्क हो गई हैं। कर्मचारियों को संदेश भेजना शुरू किया है। आईटी क्षेत्र में काम करने वाले लगभग 40 फीसदी कर्मचारी इस समय शहर से दूर रह रहे हैं। कंपनियां पहले से अलर्ट कर रही हैं कि वे सभी फिर से वापस लौट आये और किराये के मकान या हॉस्टलों की तलाश कर सके।
कंपनियां योजना कर रही हैं कि सभी कर्मचारियों को एक साथ लाने की बजाय परियोजनाओं के हिसाब से कार्यालयों को बुलाया जाये। एक परियोजना पर काम करने वाले सभी कर्मचारियों को समूहों में विभाजित किया जाये। पहले सफ्ताह 2 से 3 दिन ऑफिस और बाकी दिन वर्क फ्रॉम होम के लिए तैयार रहने का सुझाव दे रही हैं।
हैदराबाद सॉफ्टवेयर एंटरप्राइजेज एसोसिएशन (Hyderabad Software Enterprises Association) के अध्यक्ष भरणी कुमार आरोल ने कहा कि कोरोना के कारण कर्मचारी दो साल से घर से काम कर रहे हैं। इस समय दस फीसदी दफ्तर में आ रहे हैं। आईटी कंपनियां कर्मचारियों को दफ्तरों में लाने को तैयार हैं। सरकार ने भी आधिकारिक तौर घोषणा की है कि वह कार्यालयों से काम शुरू कर सकती है।