हैदराबाद: बागअंबरपेट रामंतापुर नारायणा कॉलेज की ‘आग’ घटना पर इंटर बोर्ड सचिव उमर जलील ने प्रतिक्रिया दी। टीसी के लिए आए छात्र साईं नारायण ने पेट्रोल डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। इस घटना की जांच की जा रही है। रिपोर्ट मिलने के बाद प्रताड़ितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सचिव जलील ने आगे कहा कि किसी भी कॉलेज प्रबंधन को छात्रों को प्रमाण पत्र देने से रोकने का अधिकार नहीं है। इतना ही नहीं, अगर कोई छात्र को फीस के लिए परेशान किया जाता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। छात्रों को हिम्मत से रहना चाहिए। फीस को लेकर कोई परेशानी हो तो सीधे उनसे शिकायत करें। उमर जलील ने चेतावनी दी कि फीस शासन के नियमानुसार ही ली जाये अन्यथा संबंधित महाविद्यालयों के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी।
रामंतापुर निवासी छात्र साई नारायण ने पिछले साल अंबरपेट नारायण कॉलेज से इंटर की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने कॉलेज के कर्मचारियों को टीसी देने को कहा क्योंकि एमएसईटी की काउंसलिंग हो रही थी। टीसी के लिए वह अक्सर कॉलेज आता और टीसी के बारे में पूछ रहा था। कॉलेज प्रबंधन ने बकाया फीस चुकाने पर ही टीसी देंगे।
इसी क्रम में साईं नारायण के साथ कुछ और लोग कॉलेज पहुंचे। छात्र नेता संदीप और वेंकटचारी को उसकी ओर से बोलने के लिए लाया था। वे सभी प्रिंसिपल चैंबर में गए और साईं नारायण से टीसी देने को कहा। प्रिंसिपल सुधाकर रेड्डी और एओ अशोक रेड्डी ने कहा कि 16 हजार रुपये की लंबित फीस का भुगतान करने पर ही टीसी दी जाएगी।
इसी क्रम में टीसी के लिए आए छात्र और कॉलेज स्टाफ के बीच हुए विवाद के बीच झगड़ा हो गया। इस घटना में कॉलेज के प्राचार्य और प्रशासनिक अधिकारी समेत चार लोग घायल हो गए। इनका इलाज जारी है।